रामविलास पासवान को लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार, शरद यादव और जार्ज फर्नांडीस जैसे समाजवादी नेताओं की श्रेणी में रखा जाता है और जेपी आंदोलन की उपज माना जाता है.
मोदी सरकार में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण की जिम्मेदारी निभा रहे पासवान का हाल ही में दिल का ऑपरेशन किया गया था. जबकि पिछले साल उन्होंने चुनावी राजनीति में 50 वर्ष पूरे किए थे. यही नहीं, इस दौरान रामविलास पासवान को छह प्रधानमंत्रियों की मंत्रिपरिषद में केंद्रीय मंत्री के रूप में शामिल होने का मौका मिला था.
5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी गांव में जन्मे रामविलास पासवान कोसी कॉलेज और पटना यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 1969 में बिहार के डीएसपी के तौर पर चुने गए थे. 1969 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से विधायक बने थे.
बिहार की राजनीति में दलितों का सबसे बड़ा चेहरा माने जाने वाले रामविलास पासवान ने 2019 में चुनावी राजनीति में अपने 50 वर्ष पूरे किए थे.
पासवान बिहार के खगरिया जिले के शाहरबन्नी गांव से हैं. वह एक अनुसूचित जाति परिवार के लिए पैदा हुए थे. उन्होंने दो शादियां की. 1960 के दशक में राजकुमारी देवी से शादी की. 2014 में उन्होंने खुलासा किया कि लोकसभा नामांकन पत्रों को चुनौती देने के बाद उन्होंने 1981 में उन्हें तलाक दे दिया था. उनकी पहली पत्नी राजकुमारी से उषा और आशा दो बेटियां हैं. 1983 में अमृतसर से एक एयरहोस्टेस और पंजाबी हिंदू रीना शर्मा से विवाह किया. उससे उन्हें एक बेटा और बेटी है. उनके बेटे चिराग पासवान एक अभिनेता से राजनेता बने हैं.