डीएम ने कहा कि समाज का प्रत्येक सक्षम व्यक्ति टीबी रोगियों की सहायता के लिये निक्षय मित्र बनने का संकल्प लें और इस राष्ट्रीय अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सच्ची मित्रता निभाएं. (रिपोर्ट: विशाल कुमार)
छपरा. टीबी मुक्त भारत अभियान को लेकर सरकार निक्षय मित्र योजना चला रही है. इसी के तहत सारण के डीएम राजेश मीणा ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए एक माह पूर्व 5 टीबी मरीजों को गोद लिया था. डीएम ने गोद लिए 5 टीबी मरीजों के बीच पोषण सामग्री का वितरण किया. 6 माह तक टीबी के मरीजों को इलाज में सहयोग भी करेंगे. इस दौरान सभी टीबी मरीजों के खानपान तथा दवा का भी ख्याल रखेंगे.
हाल ही में देश में प्रधानमंत्री ने टीबी मुक्त भारत अभियान शुरू किया है. इस अभियान को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में डीएम ने निक्षय मित्र योजना से टीबी के खिलाफ जनभागीदारी सुनिश्चित करके अहम भूमिका निभाई है. डीएम ने बताया कि एक हजार रुपए तक की राशि के फूड बास्केट में टीबी मरीजों के लिए आटा, दाल, खाद्य तेल, चना, बादाम, अंडा, सोयाबीन आदि शामिल किया गया है. इन टीबी मरीजों को यह फूड बास्केट अगले छह माह तक दिया जाएगा.
डीएम राजेश मीणा ने पांच टीबी के मरीजों को गोद लिया है. जिसमें छपरा शहर के दहियावां निवासी रजनी कुमारी, अंजु कुमारी, शिव बाजार निवासी कुंती देवी, माला निवासी अवधेश माझी, जान टोला निवासी बिंदु देवी शामिल है. डीएम ने कहा कि समाज का प्रत्येक सक्षम व्यक्ति टीबी रोगियों की सहायता के लिये निक्षय मित्र बनने का संकल्प लें और इस राष्ट्रीय अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सच्ची मित्रता निभाएं. इस अभियान में सभी सरकारी विभागों, निर्वाचित प्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों और कॉपोर्रेट्स संस्थानों का सहयोग अपेक्षित है.
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक जिले से टीबी का पूरी तरह से उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसके लिए सरकार और विभाग अपने स्तर से पूरी तरह से प्रयासरत है. लेकिन, अब जरूरत है लोगों के जागरूक होने की, ताकि टीबी के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके. जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में इसके इलाज को लेकर जांच तक की मुफ्त व्यवस्था है
इसके बावजूद देखा जा रहा है कि कुछ लोग इलाज कराने के लिए बड़े निजी अस्पताल या फिर बड़े शहर की ओर जाते हैं. वहां से निराश होकर जिले के सरकारी अस्पतालों का चक्कर काटते हैं ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है. जैसे ही टीबी के बारे में पता चले तो पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल ही जाएं. जिले में अब टीबी के इलाज के साथ मुकम्मल निगरानी और अनुश्रवण की व्यवस्था की जाती है.
निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से संपर्क किया जा सकता है. निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन कर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है. इसके अलावा इस निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है. वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी.
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