मुंबई. दुनियाभर की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये (Indian Rupee Surge against US Dollar) में जोरदार तेजी आई है. अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले पिछले एक हफ्ते में ये एक फीसदी से ज्यादा मज़बूत हुआ है. (PHOTO PTI)
क्यों आई रुपये में मज़बूती- एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया है. इसका असर ही भारतीय रुपये पर दिख रहा है. अगस्त महीने में अभी तक विदेशी निवेशकों ने कुल 46,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. जबकि, जनवरी में 5359 करोड़ रुपये, फरवरी में 12,684 करोड़ रुपये, मार्च में 65816 करोड़ रुपये और अप्रैल महीने में 5208 करोड़ रुपये शेयर बाजार से निकाले थे. (NEWS18 )
अमेरिकी डॉलर में आई कमजोरी की वजह से भी रुपये में तेजी आई है. इसके अलावा कोरोना की दवा और वैक्सीन को लेकर बढ़ती उम्मीदों की वजह से भी बिजनेस सेंटीमेंट मजबूत हो रहे हैं.
क्या आगे भी रुपये में मज़बूती आएगी- एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा समय में रुपया और मज़बूत हो सकता है. इसके 73 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. क्योंकि RBI लगातार इसको लेकर कदम उठा रहा है.
आम आदमी पर क्या होगा असर- भारत अपनी जरूरत का करीब 80 फीसदी पेट्रोलियम प्रोडक्ट आयात करता है. रुपये में मजबूती से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का आयात सस्ता हो जाएगा. तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की घरेलू कीमतों में कमी कर सकती हैं. डीजल के दाम गिरने से माल ढुलाई बढ़ जाएगी, जिसके चलते महंगाई में कमी आ सकती है. इसके अलावा, भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है. रुपये के मजबूत होने से घरेलू बाजार में खाद्य तेलों और दालों की कीमतें घट सकती हैं. (PHOTO-PTI)