केंद्र की मोदी सरकार ने IDBI बैंक को ईरान के साथ लेन-देन की जिम्मेदारी संभालने की मंजूरी दे दी है. IDBI बैंक अब ईरान के साथ इंपोर्ट और एक्सपोर्ट से जुड़े लेन-देन को संभालेगा. ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच सरकार के इस कदम से द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भुगतान के लिए IDBI बैंक का चयन किया गया है. इससे पहले जब ईरान पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए थे, तब रुपये में लेन-देन के लिए यूको बैंक को जिम्मेदारी दी गई थी. भारत इससे पहले यूरोपीय बैंकिंग चैनल का इस्तेमाल करते हुए ईरान को यूरो में भुगतान कर रहा था लेकिन पिछले साल नवंबर से भुगतान के इन माध्यमों को भी बंद कर दिया गया.
कारोबारियों को मिलेगा फायदा-एक्सपोर्टर्स के प्रमुख संगठन फियो ने कहा कि ईरान के साथ व्यापार में लेन—देन की सुविधा के लिए बैंकों को मंजूरी दी जानी चाहिए. फियो के अध्यक्ष गणेश कुमार गुप्ता ने कहा कि इस कदम से यूको बैंक और आईडीबीआई बैंक के बीच खुद को ग्राहकों के अनुरूप बनाने की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा शुरू होगी और इससे इंपोर्टर-एक्सपोर्टर को लाभ मिलेगा.
सऊदी अरब और ईराक के बाद भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला ईरान तीसरा सबसे बड़ा देश है. वर्ष 2010-11 तक वह भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता था. हालांकि, पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के चलते इसमें गिरावट आई.
वर्ष 2013-14 और 2014-15 में भारत ने ईरान से क्रमश: 1.1 करोड़ टन और 1.09 करोड़ टन कच्चा तेल खरीदा था. भारत और ईरान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2017-18 में बढ़कर 13.8 अरब डॉलर रहा, जो 2016-17 में 12.9 अरब डॉलर था. हालांकि, भारत का ईरान को निर्यात सिर्फ 2.5 अरब डॉलर का रहा.
Nitish Birthday Special: जेपी आंदोलन से 'सुशासन बाबू' तक कुछ ऐसी है नीतीश कुमार की कहानी
भारतीय आर्मी ने बनाया अपने ढंग का 'सीक्रेट स्वदेशी वॉट्सएप', कैसा है ये?
नेचुरल ब्यूटी हैं साउथ इंडियन एक्ट्रेस Amala Paul, हर लुक में ढाती हैं कहर, देखिए PHOTOS
आज से लगातार 5 दिन मिलेगा सस्ता सोना, जानें कैसे ले सकते हैं फायदा