दुनिया के पांच विकासशील देश जैसे ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर न्यू डेवलपमेंट बैंक गठित किया था. इस बैंक को न्यू डेवलपमेंट बैंक भी कहा जाता है. आइए जानते हैं इस बैंक से भारत को क्या फायदा होगा?
इस बैंक की शुरुआत 50 अरब डॉलर से हुई थी, जो बाद में बढ़कर 100 अरब डॉलर हो गई. इस बैंक में हर ब्रिक्स देश का 10 अरब डॉलर का योगदान है. ब्रिक्स देशों की आबादी दुनिया की कुल जनसंख्या का 41.4% है.
इस बैंक से भारत को भी फायदा होगा. इसके चलते भारत की IMF और वर्ल्ड बैंक पर निर्भरता कम होगी. इस बैंक का मकसद बंदरगाह, सड़क और दूरसंचार के नेटवर्क को मजबूत बनाना है.
इस बैंक को बनाने का मुख्य उद्देश्य विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को आसान शर्तों पर कर्ज मुहैया कराना है. इस बैंक का मुख्यालय शंघाई में है.
ब्रिक्स देशों को इस बैंक के बनने का ये फायदा होगा कि फाइनेंशियल सिस्टम पर पश्चिमी मुल्कों का एकाधिकार कम होगा.