खाने का बिज़नेस एक ऐसा बिज़नेस है, जिसमें कम लागत में भी अच्छी कमाई होती है. आज के समय में खाने-पीने की चीजों में कई तरह केे इनोवेशन हो रहेे हैं. खाने की वैरायटी भी लगातार बढ़ रही हैं. आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे फूड बिज़नेस के बारे में जो खाना बनाने का नहीं है, लेकिन फिर भी इस बिज़नेस में आपको होगी अच्छी कमाई. आगे जानें इस बिज़नेस से जुड़ी सारी बातें:
ऐसे की जाती है ऑनलाइन कैटरिंग सर्विस: ऑनलाइन कैटरिंग सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर आपको एग्रीगेटर की भूमिका निभानी होती है. आपको शहर के सभी या अधिकांश रेस्टोरेंट और होम कुक से संपर्क करके उनसे एग्रीमेंट करना होगा. इसके बाद आपको मोबाइल ऐप या वेबसाइट बनानी होगी. इस पर कस्टमर्स आपको फूड ऑर्डर करेंगे और आप अपने डिलिवरी ब्वॉय के माध्यम से होम डिलिवरी करेंगे.
कितना आएगा खर्च: एक रिपोर्ट के मुताबिक, पोर्टल और मोबाइल ऐप बनाने पर लगभग 1.25 लाख रुपए का खर्च आएगा. इसके अलावा दो कम्प्यूटर, 4 व्हीकल, नेटवर्क इन्सॉटलेशन और ऑफिस फर्नीचर पर लगभग 2.70 लाख रुपए का खर्च आएगा. यानी आपकी फिक्सड कैपिटल 3 लाख 95 हजार रुपए की होगी. जबकि एक माह की वर्किंग कैपिटल 1.25 लाख रुपए के आसपास होगी. अगर तीन माह की वर्किंग कैपिटल के आधार पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया जाता है तो आपकी प्रोजेक्ट कॉस्ट 7 लाख 72 हजार रुपए आएगी.
सरकार से आपको मिलेगा यह सपोर्ट: अगर आप भी कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो मात्र 2 लाख रुपए लगाकर ऑनलाइन कैटरिंग होम डिलिवरी सर्विस शुरू कर सकते हैं. सरकार आपको 75 फीसदी लोन देगी. इसमें तीन महीने की वर्किंग कैपिटल भी शामिल है.
कितना मिल सकता है लोन: रिपोर्ट के मुताबिक, आपको लगभग 75 फीसदी लोन मिल सकता है, यानी आपको लगभग 1 लाख 93 हजार रुपए का इंतजाम करना होगा और आपको टर्म लोन या बैंक फाइनेंस के रूप में 5 लाख 79 हजार रुपए मिल जाएंगे.
कितनी होगी इनकम: आपकी कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन सालाना लगभग 16 लाख 14 हजार रुपए आएगा. जबकि एनुअल टर्न ओवर लगभग 26 लाख 30 हजार रुपए होगी. इसमें रेस्टोरेंट या होम कुक से मिलने वाला 10 फीसदी कमीशन (18 लाख), ऑनलाइन एडवरटाइजमेंट से (1.44 लाख) ऑफलाइन एडवरटाइजमेंट ऑफ पार्टनर रेस्टोरेंट (50 हजार), रेस्टोरेंट से स्ट्रेटिजिक पाटर्नरशिप (2.16 लाख) और डिलिवरी चार्ज (4.20 लाख) शामिल हैं, यानी आप 10 लाख 16 हजार रुपए की इनकम की उम्मीद कर सकते हैं.