CAREER IN MEDICAL BEYOND MBBS: MBBS के अलावा होम्योपैथी, यूनानी, आयुर्वेद जैसे विभिन्न प्रकार के औषधीय अध्ययन हैं, ये सभी प्राकृतिक चिकित्सा जैसे क्षेत्र आज के जमाने में बहुत लोकप्रियता हैं.
ज्यादातर लोगों को ये पता ही नहीं होता कि MBBS के अलावा भी बहुत सी ऐसी डिग्रियां हैं जिनसे भी डॉक्टर बन सकते हैं. जिसके चलते नीट पास न कर पाने वाले, या नीट से एमबीबीएस में दाखिला पा सकने जितनी रैंक नहीं ला पाने वाले मेडिकल फील्ड में करियर बनाने का प्लान ही छोड़ देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं. MBBS के अलावा ऐसे बहुत से कोर्स हैं, जिन्हें कर के डॉक्टर बना जा सकता है. न्यूज18 इस आर्टिकल के जरिए यही डिटेल देने की कोशिशि कर रहा है. देखिए कौन से हैं वो कोर्स.
एमबीबीएस के अलावा मेडिकल से संबंधित बहुत सारे पाठ्यक्रम हैं जो करियर को अच्छी आर्थिक ग्रोथ देते हैं. इनके बाद नौकरी के अच्छे विकल्प भी हैं. एमबीबीएस उम्मीदवार कभी भी MBBS डॉक्टर बनने से परे बाकी चीज़ों को नहीं देखते हैं. Alternative Medicine: एमबीबीएस के अलावा, चिकित्सा से संबंधित बहुत सारे पाठ्यक्रम हैं जैसे होम्योपैथी, यूनानी, आयुर्वेद जैसे विभिन्न प्रकार के औषधीय अध्ययन हैं, ये सभी प्राकृतिक चिकित्सा जैसे क्षेत्र आज के जमाने में बहुत लोकप्रिय हैं. जानिए ऐसे कोर्सेज के बारे में. (फाइल फोटो)
1-बीएएमएस, बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी. (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery).2- बीयूएमएस, बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी. (Bachelor of Unani Medicine and Surgery). 3- बीएचएमएस, बैचलर ऑफ होम्योपैथी एंड सर्जरी. (Bachelor of Homeopathy and Surgery). 4- BNYS बैचलर ऑफ नैचुरोपैथी एंड योगा साइंस (Bachelor of Naturopathy and Yoga Sciences).
इन सभी कोर्सेज की ड्यूरेशन हर देश में अलग है. भारत में BAMS की पढ़ाई 4.5 साल की है. BUMS, BHMS, BNYS की पढ़ाई 5.5 साल की है. इन सभी में दाखिले के लिए नीट क्वालीफाई करना जरूरी है. लेकिन इनके लिए रैंक उतनी हाई नहीं रहती, जितनी एमबीबीएस के लिए चाहिए होती है. इन कोर्सेज को करने के बाद सरकारी, प्राइवेट दोनों तरह की नौकरी का ऑप्शन होता है. इसके अलावा अपना काम भी कर सकते हैं.
Pharmaceuticals के लिए B. Pharm. (Hons.), B. Pharma. इन फारमाक्यूटिकल केमिस्ट्री (B. Pharma. Pharmaceutical Chemistry), फारमाक्यूटीज (Pharmaceutics), फारमाकोग्नोसी (Pharmacognosy), फारमाकोलॉजी एंड आयुर्वेदिक (Pharmacology and Ayurvedic). इन कोर्सेज की अवधी 5 साल की है.
Biotechnology फील्ड में जाने के लिए बहुत से डिसिप्लीन और जेनेटिक इंजीनियरिंग, एनवायरमेंट टेक्नोलॉजी, मोलिक्यूलर & सेल्यूलर इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी, बायोइन्फॉर्मेटिक्स जैसे कोर्स कर सकते हैं.
Veterinary and Animal Sciences में पढ़ाई करने से genetics और breeding से gynecology, pathology, एनिमल न्यूट्रिशन, microbiology, physiology, मेडिसिन वगैरह की जानकारी मिलती है. इसके लिए नीट पास करना होता है.
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