शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता है. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को ही हुआ था. सर्वपल्ली राधाकृष्णन अच्छे शिक्षक थे. उनकी याद में ही हर साल शिक्षकों के प्रति आभार जताने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है. जानिए इसका इतिहास. (image: pixabay)
महत्व- इस दिन का महत्व हमेशा रहेगा. स्कूल के छात्रों के लिए, इस दिन का मतलब है गुलाब, चॉकलेट, उपहार और हाथों से बने कार्ड से अपने पसंदीदा शिक्षकों के प्रति स्नेह को व्यक्त करना. वरिष्ठ छात्रों के लिए, शिक्षक दिवस की भूमिका इसके उलट है. उनके लिए टीचर एक क्रिएटर की भूमिका में होता, जिसनें उन्हें राह दिखाई, उसपर चलना सिखाया और वो जो हैं, उन्हें वह बनाया. (image: pixabay)
विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है, लेकिन प्रत्येक देश अलग-अलग तिथियों पर इस दिन को मनाता है. भारत में, 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. राधाकृष्णन ने कहा था "शिक्षकों का देश में सबसे अच्छा दिमाग होना चाहिए." सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया. 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. (image: pixabay)
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