UPSC Success Story: यूपीएससी परीक्षा पास करने वालों की संख्या में स्टेट वाइज आंकड़ें बताते हैं कि UP से सबसे ज्यादा कैंडिडेट्स सिविल सेवा परीक्षा पास करते हैं. ये कहानी भी यूपी के बलिया में रहने वाले शिशर कुमार सिंह की है. मेहनत से इंसान कहीं भी पहुंच सकता है. शिशर बेहद मेहनती हैं. उनकी मेहनत ने आज उन्हें देश की सर्वोच्च नौकरी मानी जाने वाले पद पर पहुंचा दिया है.
UPSC Success Story: यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2022 (UPSC CSE 2022) के नतीजों में कुल 933 अभ्यर्थी फाइनल सेलेक्ट हुए हैं. इस बार भी यूपीएससी परीक्षा में उत्तर प्रदेश के युवाओं का जलवा बरकरार रहा है. बलिया जैसे छोटे जिले से निकलकर शिशर कुमार सिंह ने यूपीएससी में 16वीं रैंक हासिल की है. शिशिर ने ये रैंक चौथे प्रयास में हासिल की है.
शिशर कुमार ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माइंस यूनिवर्सिटी, धनबाद (झारखंड), (IIT DHANBAD) से ग्रेजुएशन (बीटेक) की है. उनका ऑप्शनल सब्जेट गणित रहा. शिशिर को फोटोग्राफी, ड्रामा सीरीज देखने और क्रांतिकारी शैली की हिंदी कविताएं पढ़ने का शौक है. (सांकेतिक तस्वीर- कॉलेज)
शिशिर कुमार सिंह के माता-पिता बेटे की कामयाबी से बेहद खुश हैं. शिशिर के पिता ने बताया कि उनका बेटा शुरू से ही शिक्षा को लेकर गंभीर था. शिशिर की प्रारंभिक शिक्षा बलिया में हुई तो वहीं आईआईटी करने के बाद शिशिर बेंगलुरु में नौकरी करने लगे. नौकरी के दौरान 2016 में शिशिर और उनके तीन दोस्तों ने तय किया कि उन्हें यूपीएससी क्वालीफाई करना है.
शिशिर वाराणसी सदर में बतौर एसडीएम तैनात हैं. 2020 में यूपी पीसीएस की पहली कामयाबी शिशिर के हाथ लगी. बतौर एसडीएम शिशिर वाराणसी सदर में तैनात हैं. वहीं यूपीएससी 2022 का रिजल्ट आने के बाद शिशिर के परिवार के खुशी का ठिकाना ना रहा. जब पता चला कि शिशिर को 16 में स्थान प्राप्त हुआ है.
शिशिर की मां का कहना है कि शिशिर के अंदर शिक्षा को लेकर बड़ा उत्साह था और जिस सपने को शिशिर देखता था. उसके पीछे वह मेहनत भी करता था. शिशिर की कामयाबी का सबसे बड़ा राज उसकी मेहनत है. (सांंकेतिक फोटो)