छत्तीसगढ़ की राज्यसभा सीट से सांसद व भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सरोज पांडेय देश की राजनीति में नामी चेहरा हैं. छात्र राजनीति से अपने कॅरियर की शुरुआत करने वाली सरोज पांडेय के सर राजनीति के कई अनोखे रिकॉर्ड के ताज हैं. राजनीति में फर्स से अर्स तक का सफर तय करने वाली डॉ. सरोज पांडेय एक साथ महापौर, विधायक और सांसद रहकर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं. सरोज का ये रिकॉर्ड गिनिज व लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है.
डॉ. सरोज पांडेय संभवत: छत्तीसगढ़ की ऐसी पहली नेता हैं, जो अपने राजनीतिक कॅरियर में छात्रसंघ अध्यक्ष, महापौर, विधायक, लोकसभा सांसद व राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुई हैं. इसके अलावा दुर्ग में महापौर रहते लगातार दस साल तक बेस्ट मेयर का अवार्ड भी सरोज पांडेय को मिल चुका है. साल 2009 के आम चुनाव में विधायक व महापौर सरोज को भाजपा दुर्ग की लोकसभा सीट का उम्मीदवार घोषित कर दिया. सरोज का सीधा मुकाबला भाजपा से ही अलग होकर लगातार तीन बार से लोकसभा सांसद रहे ताराचंद साहू थे. सरोज ने लोकसभा चुनाव में भी जीत हासिल की. इसके बाद राष्ट्रीय राजनीति में भी उनका कद बढ़ता गया. सांसद रहते ही सरोज को भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया.
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले की डौंडीलोहारा विधानसभा सीट से विधायक अनिला भेड़िया प्रदेश सरकार में महिला एंव बाल विकास मंत्री हैं. आदिवासी परिवार से आने वाली अनिला भेड़िया ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार जीत हासिल की. प्रदेश कांग्रेस की अग्रणी महिला नेत्रियों में इनका नाम लिया जाता है.
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी की राजनीति में एक अलग पहचान है. छत्तीसगढ़ में साल 2018 के चुनावी आगाज से ही डॉ. रेणु जोगी चर्चा का केन्द्र रहीं. उनके पति अजीत जोगी द्वारा कांग्रेस से बागी होकर अलग पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि रेणु जोगी भी कांग्रेस का हाथ छोड़ अपने पति की पार्टी ज्वाइन कर लेंगी, लेकिन पार्टी स्थापना के दो साल तक उन्होंने ऐसा नहीं किया. हालांकि अंतिम समय में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और अजीत जोगी की पार्टी से चुनाव लड़ा और जीतीं भी. पेशे से आई स्पेशलिस्ट डॉ. रेणु जोगी ने साल 2006 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा. कोटा विधानसभा सीट से विधायक राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के निधन के बाद यहां उपचुनाव हुआ. कांग्रेस ने रेणु जोगी को अपना प्रत्याशी बनाया. कोटा विधानसभा क्षेत्र का बड़ा हिस्सा आदिवासी बहुल है, रेणु जोगी से पहले वहां ब्राह्मण उम्मीदवार ही जीता था, ऐसा पहली बार है जब यहां गैरब्राह्मण रेणु (आई स्पेशलिस्ट) जीतीं. इसके बाद साल 2008 व 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में रेणु जोगी को कोटा सीट से जीत मिली.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पूर्व महापौर डॉ. किरणमयी नायक पेशे से वकील हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश के कद्दावर भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ीं, लेकिन हार मिली. इसके बाद वे राष्ट्रीय स्तर पर तब चर्चा में आईं जब चुनाव में निर्वाचन नियमों का पालन न करने को लेकर डॉ. किरण ने तब मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ याचिका दायर की. प्रदेश कांग्रेस की अग्रणी महिला नेत्रियों में ये शामिल हैं.
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