दिल्ली के संगम विहार की लेडी डॉन बसीरन उर्फ मम्मी के इलाके में उसके घर तक का रास्ता ऊबड़-खाबड़ तो है ही, खतरनाक ज़्यादा है. कुछ महीनों पहले तक का सच यही है कि पुलिस इस इलाके में जाने से घबराती थी. मम्मी के सैकड़ों अपराधी बच्चे यानी नौजवान लोगों की भीड़ पुलिस पार्टी पर हमला करने तक से नहीं कतराती थी. बात फिल्मी लगती है लेकिन सच है कि मम्मी तक पहुंचना आसान नहीं था. इस साल जून में पुलिस जब पूरी तैयारी के साथ बसीरन के घर किसी तरह पहुंची तो उसका कोई सुराग तक नहीं मिला.
पिछले 8 महीनों से फरार चल रही 62 वर्षीय बसीरन को बीते 17 अगस्त को संगम विहार से गिरफ्तार किया गया जब वह अपनी कुर्क की जा चुकी संपत्ति के कानूनी केस के सिलसिले में यहां आई थी. एक हत्याकांड में पुलिस को उसकी तलाश थी और उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका था. बसीरन की दहशत का नमूना यह था कि गिरफ्तारी के वक्त लोग अपने घरों में बंद थे और खिड़कियों से तमाशा देख रहे थे. कोई उसके बारे में कुछ भी बोलने से बच रहा था. दहशत फैलाने वाली इस मम्मी की पूरी कहानी इस तरह है.
बसीरन करीब 45 साल पहले जुर्म की दुनिया में दाखिल हुई थी. आगरा ज़िले में पैदा हुई और राजस्थान के रहने वाले मलखान से शादी करने के बाद वह मलखान के साथ 80 के दशक की शुरुआत में दिल्ली आई थी. पहले गोविंदपुरी में रहने के बाद वह 90 के दशक की शुरुआत में संगम विहार में रहने लगी. जुर्म की दुनिया में बसीरन की शुरुआत अवैध शराब का धंधा करने से हुई थी और फिर उसने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा.
देखते ही देखते बसीरन जुर्म की दुनिया की लेडी डॉन बनती चली गई. हत्या, कॉंट्रैक्ट किलिंग, लूट, वसूली जैसे कई जुर्मों को अंजाम देने लगी. यह सब बिना लोगों के मुमकिन नहीं था इसलिए बसीरन ने अपने आठों बेटों शमीम गूंगा, शकील, वकील, सलमान, फैज़ल, सनी, राहुल आदि को जुर्म के इस धंधे में लगाया और उनकी मदद से अपना सिक्का चलाती रही. बसीरन और इसके परिवार के खिलाफ करीब 113 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बसीरन ने अपने गैंग को लगातार बढ़ाने के लिए क्रूर तरकीब अपनाई थी. 8 से 12 साल तक के बच्चों को वह अपना शिकार बनाती थी. इलाके के ऐसे बच्चों को वह फुसलाकर अपने साथ ले जाती और कुछ पैसे देने के बाद उन्हें नशे की गोलियां या इंजेक्शन देकर नशे का आदी बनाती थी. चार-छह महीने में जब ये बच्चे नशे के शिकार हो जाते थे तब इनके हाथ में हथियार थमाकर बसीरन इनसे जुर्म करवाती थी. ऐसे सैकड़ों बच्चे बसीरन के गैंग में शामिल हैं और इन्हीं सबकी वजह से उसका नाम मम्मी चलन में आ गया.
बसीरन का एक और कारनामा यह था कि वह संगम विहार की पानी माफिया थी. इलाके में सरकारी पाइप लाइन पर उसने कब्ज़ा कर लिया था. वह अपने हिसाब से पानी देकर लोगों से घंटे के हिसाब से रकम ऐंठती थी. इलाके के लोग कहते हैं कि बसीरन के परिवार ने कई बोरों पर कब्ज़ा किया और फिर पानी देने के लिए 1000 रुपये तक वसूलते रहे. यह भी कहा जाता है कि बसीरन का आतंक जब इलाके में ज़ोरों पर था तब शाम 7-8 बजे के बाद यहां रास्ते सूने हो जाते थे और खासकर औरतें व बच्चे बाहर नहीं निकलते थे.
बसीरन पर 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं और उसके 8 बेटों में से शमीम पर 42, वकील पर 13, शकील पर 15, फैज़ल पर 9, राहुल पर 3, सनी पर 9, सलमान पर 2 और एक नाबालिग बेटे पर 11 संगीन मामले दर्ज हैं. इन मामलों में 7 केस हत्या के और 3 हत्या के प्रयास के हैं. फिलहाल इस परिवार में बसीरन समेत चार लोग फरार हैं, दो जेल में हैं और तीन जमानत पर हैं. बसीरन ने अपने घर के बाहर सीसीटीवी लगवाए थे. उसके आतंक के कारण संगम विहार को संकट विहार कहा जाने लगा था.
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