दिल्ली सरकार ने इस बार यमुना नदी (Yamuna River) में दुर्गा मूर्ति और अन्य धार्मिक सामग्रियों को विसर्जित ( Immersion of Idols ) करने पर पाबंदी लगा रखी है. इसके बाद भी लोग नहीं मान रहे. वहीं, मूर्ति विसर्जन से यमुना नदी का प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. (सभी फोटो-ANI)
नई दिल्ली. दिल्ली सरकार के सख्त निर्देशों के बाद भी लोग यमुना नदी (Yamuna River) में दुर्गा मूर्ति और अन्य धार्मिक सामग्रियों को विसर्जित ( Immersion of Idols) करने से बाज नहीं आ रहे हैं. इससे यमुना नदी में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. यह फोटो दिल्ली के आईटीओ इलाके की हैं.
दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (DPCC) ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए कहा था कि दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक जगह पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं होगी. लोगों को घरों में ही बाल्टी या कंटेनर में विसर्जन करना होगा, लेकिन दिल्लीवासी जमकर आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने यह कदम नदियों और झीलों में होने वाला प्रदूषण के चलते उठाया था. यही नहीं, डीपीसीसी ने नियम की अवेहलना करने पर 50 हजार जुर्माने का आदेश दिया था. जबकि मूर्ति विसर्जन के कारण पानी की गुणवत्ता में गिरावट आती है.
वैसे तो यमुना नदी में गंदगी हरियाणा के भी क्षेत्रों में नजर आती है, लेकिन दिल्ली और उत्तर प्रदेश में यह ज्यादा दूषित हो जाती है.
अजिंक्य रहाणे ने हासिल की खास उपलब्धि, टेस्ट करियर में पूरे किए 100 कैच, किस भारतीय ने पहले किया यह कारनामा?
गर्मी में ऑयली स्कैल्प से हो रही है परेशानी, 6 घरेलू चीजों का करें इस्तेमाल, बाल भी बनेंगे स्मूद और शाइनी
PHOTOS: पंडोखर सरकार ने काटी बागेश्वर धाम प्रमुख की बात, कहा- हिंदू राष्ट्र नहीं, राम राज्य चाहिए