इस सुरंग की शुरुआत डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में की गई. इस मार्ग पर ट्रेनों की अप और डाउन आवाजाही के लिए दो समानांतर सर्कुलर सुरंगों का निर्माण किया जाएगा. जो जनकपुरी पश्चिम से केशोपुर सेक्शन के बीच 2.2 कि.मी. लंबे भूमिगत सेक्शन का हिस्सा है.
73 मीटर लंबी इस विशालकाय मशीन को उतारने और इसकी असेम्बलिंग की प्रक्रिया गत वर्ष अक्टूबर में आरंभ की गई थी. विकासपुरी क्षेत्र से सुरंग खुदाई का कार्य मैजेंटा लाइन की सुंरग के साथ ही शुरू किया गया है. जहां इस समय ऑपरेशनल बॉटेनिकल गार्डन – जनकपुरी पश्चिम कॉरिडोर के लिए सुरंग का निर्माण कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है.
सुरंग का निर्माण करीब 14 से 16 मीटर की गहराई पर किया जाएगा. इन सुरंगों में लगभग 2,040 कंक्रीट रिंग्स स्थापित किए जाएंगे. प्रत्येक सुरंग का आंतरिक व्यास 5.8 मीटर होगा. इस मार्ग पर सुरंग निर्माण का संपूर्ण कार्य लगभग 12 महीने में पूरा होने की संभावना है.
इस सुरंग में रेलमार्ग आउटर रिंग रोड के साथ-साथ बहुमंजिली इमारतों के बीच से होकर गुजरेगा. सुरंग का निर्माण अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मैथड (EPBM) प्रमाणित टेक्नोलॉजी के साथ पहले से ढाले गए टनल रिंग्स की कंक्रीट लाइनिंग द्वारा किया जाएगा.