नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में वायु गुणवत्ता (AQI) सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. इससे लोगों का स्वच्छ हवा में सांस लेना दूभर हो गया है. प्रदूषण का आलम यह है कि कई स्थानों पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई है. सोमवार को सुबह में दिल्ली के कई इलाकों में धुंध छाई हुई थी. इससे किसी भी चीज को देख पाना मुश्किल हो गया था. प्रदूषण (Pollution) की वजह से लोगों की आंखों में जलन हो रही है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार लोधी रोड क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 203 दर्ज किया गया जो कि खराब श्रेणी में आता है. दरअसल, 0 और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच बेहद गंभीर माना जाता है.
वहीं, अब दिल्ली में भी ठंड ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. राष्ट्रीय राजधानी में आज न्यूनतम तापमान 8°C और अधिकतम तापमान 25° सेल्सियस रहने का अनुमान है. इससे सर्दी एक बार फिर से बढ़ जाएगी.
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पिछले 14 साल में इस महीने में सबसे कम रहा.आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह नवंबर 2003 के बाद से दिल्ली में इस महीने में दर्ज हुआ सबसे कम तापमान है. नवंबर 2003 में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.’’
उन्होंने बताया था कि पालम मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान गिरकर 6.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘दिल्ली जैसे छोटे क्षेत्रों में एक दिन के लिए भी यदि यह मापदंड पूरा होता है, तो शीत लहर की घोषणा की जा सकती है.’’ श्रीवास्तव ने कहा था कि बर्फ से ढके पश्चिमी हिमालयी इलाकों से ठंडी हवा बहने के कारण तापमान में गिरावट आई है.