नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में प्रदूषण के साथ-साथ सर्दी भी बढ़ती जा रही है. इससे जहां लोगों का स्वच्छ हवा में सांस लेना दूभर हो गया है, वहीं ठंड के चलते घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. प्रदूषण का आलम यह है कि कई स्थानों पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई है. मंगलवार को सुबह से ही दिल्ली के कई इलाकों में धुंध छाई हुई है. इससे किसी भी चीज को देख पाना मुश्किल हो गया था. प्रदूषण (Pollution) की वजह से लोगों की आंखों में जलन हो रही है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, पटपड़गंज क्षेत्र में वायु गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है. इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. यहां पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पर पहुंच गया है जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है.
दरअसल, 0 और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच बेहद गंभीर माना जाता है.
वहीं, अगर ठंड की बात करें तो दिल्ली में शीतलहर जैसे हालात हो गए हैं. सुबह- शाम हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी सुबह में कोहरा / धुंध और बाद में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे.
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पिछले 14 साल में इस महीने में सबसे कम रहा.आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह नवंबर 2003 के बाद से दिल्ली में इस महीने में दर्ज हुआ सबसे कम तापमान है. नवंबर 2003 में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.’’