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Chhath Puja 2024: छठ पूजा में बेहद जरूरी हैं ये 5 चीजें, अगर घर में नहीं हैं मौजूद तो तुरंत दौड़ें बाजार, वरना...

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Chhath Puja Rules: आज 5 नवंबर से नहाय-खाय से छठ पूजा का शुभारंभ चुका है. छठ पूजा में छठी मैया और सूर्य देव की पूजा का विधान है. छठ पूजा की सामग्री और नियम अन्य व्रतों से अलग हैं. 5 ऐसी चीजें हैं, जिनके बिना छठ पूजा अधूरी है. यदि आप ये काम नहीं करते हैं तो आपकी छठ पूजा निष्फल हो सकती है. इन चीजों के बारे में News18 को बता रहे हैं उन्नाव के ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र शास्त्री-

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लौकी चने की दाल-भात: छठ पूजा का प्रारंभ नहाय खाय से होता है. पहले दिन लौकी, चने की दाल और चावल का महत्व है. व्रत रखने वाले को नहाय खाय के दिन भोजन में यही ग्रहण करना होता है. हर व्रती के लिए यही भोजन बनता है.  (Canva)
लौकी चने की दाल-भात: छठ पूजा का प्रारंभ नहाय खाय से होता है. पहले दिन लौकी, चने की दाल और चावल का महत्व है. व्रत रखने वाले को नहाय खाय के दिन भोजन में यही ग्रहण करना होता है. हर व्रती के लिए यही भोजन बनता है.  (Canva)
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नारियल-सूप: वैसे तो छठ पूजा की कई सामग्री हैं, जिनका उपयोग होता है. लेकिन छठ पूजा में नारियल और सूप का होना अनिवार्य है. इसके बिना सूर्य देव को अर्घ्य नहीं दिया जा सकता है. सूर्य देव को जब अर्घ्य देते हैं तो सूप में ही नारियल और अन्य सामग्री रखकर जल से अर्घ्य देते हैं.  (Canva)
नारियल-सूप: वैसे तो छठ पूजा की कई सामग्री हैं, जिनका उपयोग होता है. लेकिन छठ पूजा में नारियल और सूप का होना अनिवार्य है. इसके बिना सूर्य देव को अर्घ्य नहीं दिया जा सकता है. सूर्य देव को जब अर्घ्य देते हैं तो सूप में ही नारियल और अन्य सामग्री रखकर जल से अर्घ्य देते हैं.  (Canva)
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ठेकुआ-केला: छठ पूजा के प्रसाद का मुख्य हिस्सा ठेकुआ है, जो काफी प्रसिद्ध है. प्रसाद में ठेकुआ का होना जरूरी है. व्रती इसे खरना के दिन बनाते हैं. छठ पूजा में केला जरूर रखते हैं.  (Canva)
ठेकुआ-केला: छठ पूजा के प्रसाद का मुख्य हिस्सा ठेकुआ है, जो काफी प्रसिद्ध है. प्रसाद में ठेकुआ का होना जरूरी है. व्रती इसे खरना के दिन बनाते हैं. छठ पूजा में केला जरूर रखते हैं.  (Canva)
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सूर्य को अर्ध्य: छठ पूजा में सूर्य को अर्ध्य देना अनिवार्य है, इसके बिना आपकी पूजा पूर्ण नहीं हो सकती. खरना के अगले दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य देते हैं और उसके अगली सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य देकर पारण करते हैं.  (Canva)
सूर्य को अर्ध्य: छठ पूजा में सूर्य को अर्ध्य देना अनिवार्य है, इसके बिना आपकी पूजा पूर्ण नहीं हो सकती. खरना के अगले दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य देते हैं और उसके अगली सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य देकर पारण करते हैं.  (Canva)
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पीला या भाखरा सिंदूर: छठ पूजा में व्रती सुहागन महिलाएं पीला सिंदूर लगाती हैं. पीले सिंदूर को भाखरा सिंदूर भी कहते हैं. सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है, इस वजह से महिलाएं हर व्रत और त्योहार में पीला सिंदूर लगाती हैं.  (Canva)
पीला या भाखरा सिंदूर: छठ पूजा में व्रती सुहागन महिलाएं पीला सिंदूर लगाती हैं. पीले सिंदूर को भाखरा सिंदूर भी कहते हैं. सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है, इस वजह से महिलाएं हर व्रत और त्योहार में पीला सिंदूर लगाती हैं.  (Canva)
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छठ पूजा में बेहद जरूरी हैं ये चीजें, घर में नहीं हैं मौजूद तो तुरंत जाएं बाजार