अमृत कलश : समुद्र मंथन के दौरान सबसे अंत में जो अमूल्य वस्तु निकली थी वह था अमृत कलश. यह कलश भगवान धन्वंतरी बाहर लेकर आए थे. समुद्र मंथन से अमृत कलश निकलने के बाद देवता और असुर दोनों ही इसे पाना चाहते थे जिसके कारण इससे विवाद निर्मित हो गया था. तभी से हर मांगलिक और शुभ कार्य में अमृत कलश स्थापना की परंपरा शुरू हो गई. पिता के अनुसार जिस घर में अमृत कलश होता है वहां रोग और दुख, तकलीफें नहीं आती.
पांचजन्य शंख : पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन से 14 बहुमूल्य रत्न निकले थे. इन रत्नों में से एक पांचजन्य शंख भी माना जाता है. यह शंख भगवान विष्णु की किसी भी तस्वीर में उनके हाथों में आप देख सकते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस शंख को घर के मंदिर में रखना बेहद शुभ और लाभकारी माना जाता है.
उच्चै: श्रवा घोड़ा : समुद्र मंथन में निकले 14 रत्नों में से एक उच्चै: श्रवा घोड़ा भी है. यह सफेद रंग के घोड़े को असुरों के राजा बलि को दिया गया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह घोड़ा आसमान में उड़ता था. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार समुद्र मंथन से निकले इस घोड़े की तस्वीर यदि कोई मनुष्य अपने घर में लगाता है तो उसके घर से नेगेटिव एनर्जी कोसों दूर चली जाती है.
पारिजात के पुष्प : देवताओं और असुरों के बीच हुए समुद्र मंथन से पारिजात का वृक्ष भी निकला था. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि घर के भगवान को पारिजात के पुष्प अर्पित किए जाते हैं तो यह बेहद शुभ माना जाता है. पारिजात के पुष्प की खुशबू मनुष्य के जीवन में कामयाबी और सफलता के रास्ते खोलने में अहम भूमिका निभाती है.
बेबी लियाना की पसंदीदा चीजें फैंस को देंगी देबीना, देखें इन खास सामानों की लिस्ट, पाने के लिए करना होगा ये काम
होटल के बाहर गुजराती गोरी करती थी इंतजार, 21 साल से चल रही भारतीय गेंदबाज की लव स्टोरी
भारतीय ओपनर का BCCI को करारा जवाब, टीम से हुआ बाहर, अब खेली 249 रन की पारी
सहेली के पति को कैसे दिल दे बैठीं कृतिका, अरमान मलिक से शादी पर आज भी मिलते हैं ताने, रहती हैं बहनों जैसे