Bihar Board Inter Result: Bihar Board Inter Result: निशा ने इंटर परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास करके अपने घर, मोहल्ले के साथ- साथ पूरे इलाके का नाम रौशन किया है. तंग झोपड़ी नुमा घर मे रहने वाली निशा ने साबित कर दिया है कि सफलता महज संसाधनों की मोहताज नहीं है.
Bihar Board Inter Result: 'पढ़ेंगी बेटियां, बढ़ेंगी बेटियां'. यह महज एक स्लोगन नहीं है बल्कि इस बात को सही चरितार्थ कर रही हैं बिहार की बेटियां. तभी तो बिहार बोर्ड इंटर के रिजल्ट में बेटियों ने परचम लहराया है. इस बार तीनों संकायों में लड़कियों ने बाजी मारी है. साइंस में आयुषी नंदन, आर्ट्स में नंदन साह और कॉमर्स में सौम्या और रजनीश ने टॉप किया है. लेकिन, इन सबके बीच बिहार की राजधानी पटनाकी एक ऐसी बेटी भी है जिसने स्लम में रहकर बिहार बोर्ड में बड़ी सफलता पाई है.
पटना के स्टैंड रोड VVIP इलाके में एक स्लम इलाका है, जहां की रहने वाली निशा ने इंटर परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास करके अपने घर, मोहल्ले के साथ- साथ पूरे इलाके का नाम रौशन किया है. तंग झोपड़ी नुमा घर मे रहने वाली निशा ने साबित कर दिया है कि सफलता महज संसाधनों की मोहताज नहीं है.
निशा के पड़ोसियों ने बताया कि वह इस पूरे स्लम में पहली ऐसी बेटी है जिसने प्रथम श्रेणी से मैट्रिक की परीक्षा पास की है. इसलिए यह उन लोगों के लिए भी गर्व की बात है. उसके पास होने से उसकी दोनों छोटी बेटियों को भी आगे के दिन में अच्छे से पढ़ने का हौसला मिलेगा. तीन बहनों में सबसे बड़ी निशा ने बताया कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हैं.
निशा ने दसवीं की परीक्षा में भी 80 प्रतिशत से अंक लाये थे. वह आर्थिक रूप से अपने परिवार को सहयोग करने के लिए ट्यूशन भी पढ़ाती है. निशा ने बताया कि उसके पिता ओला ड्राइवर हैं. पढ़ाई के दौरान कई बार उसे आर्थिक रूप से थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा था लेकिन उसके पिता ने पढ़ाई में उसे कभी कमी नहीं होने दी.
वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता,माता, दादी और परिवार के लोगों को देना चाहेगी. निशा की बहन ने बताया कि फिलहाल उसके पिता की दुर्घटना में पैर में चोट लगी है, जिससे वह काम पर नहीं जा पा रहे हैं. इसलिए वह भी चाहती है कि बड़ा होकर दीदी की तरह अच्छे नंबर लाकर परिवार का नाम रौशन कर सके.