Board Exams 2022: एंग्जाइटी का एक लक्षण भूख न लगना भी है. ईटिंग शेड्यूल में बदलाव नजर आ रहा है तो ध्यान दें. बच्चा पढ़ाई करने बैठे तो उसे 1-2 घंटे के गैप से हेल्दी फूड दें. हेल्दी लाइट फूड जल्दी हज़म होता है, जिससे भूख जल्दी लगने लगती है.
बोर्ड परीक्षा का दौर चल रहा है (Board Exams 2022). छात्र बोर्ड परीक्षा की तैयारी में लगे हैं (Board Exam Preparation Tips). स्कूल-कॉलेज समेत अन्य शिक्षण संस्थान भी खोल दिए गए हैं (School Reopening). बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा रही हैं. 10वीं और 12वीं के ज्यादातर छात्र परीक्षाओं को लेकर स्ट्रेस में हैं. यहां जानें एग्जाम स्ट्रेस के लक्षण और उसे (Exam Stress) कम करने के तरीके.
2 सालों में बच्चों की लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गई है. वे घर पर रहने के आदी हो गए हैं. अब अचानक से परीक्षाओं के लिए स्कूल जाने की बात सोचकर भी वे घबरा रहे हैं. इस दौरान उन्हें अपने माता-पिता और टीचर्स के सपोर्ट की जरूरत है.
रिलैक्स होकर मॉक टेस्ट दीजिए- याद रखिए, दिमाग हर बदलाव के साथ खुद को सहज बना लेता है. अगर घर पर किसी तरह का तनाव होगा या पेरेंट्स बच्चों पर अपनी उम्मीदों का बोझ डालेंगे तो वे ठीक तरीके से पढ़ाई नहीं कर पाएंगे और फिर एग्जाम में भी ठीक तरीके से परफॉर्म नहीं कर पाएंगे.
10वीं या 12वीं परीक्षा के मार्क्स पूरी जिंदगी नहीं हैं. पढ़ाई पर फोकस बनाकर रखें, रिजल्ट पर नहीं. इस दौरान किसी एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी भी न करें (Entrance Exams). 12वीं की परीक्षा खत्म हो जाने के बाद अपनी तैयारी फिर से शुरू कर लें.
अगर बच्चे का व्यवहार बदला हुआ नजर आ रहा है तो उस पर एक्सट्रा ध्यान देना शुरू कर दें. इसका मतलब बच्चे पर नजर रखना बिल्कुल भी नहीं है. बच्चा रात को ठीक से सो नहीं रहा है या उसका स्लीपिंग शेड्यूल (Sleeping Schedule) बिगड़ा हुआ है तो यह एंग्जाइटी का ही इशारा है.
कुछ छात्र एग्जाम के दौरान स्ट्रेस होने पर पूरी रात या कई घंटों तक लगातार पढ़ाई करते रहते हैं. यह तरीका बहुत गलत माना जाता है. 30-40 मिनट पढ़ने के बाद 10 मिनट का ब्रेक जरूर लें. इससे आप रिलैक्स माइंड के साथ पढ़ाई कर सकेंगे.
बच्चों का तनाव कम करने के लिए उन्हें रोजाना एक्सरसाइज, योग और खेलने की सलाह दें. भले ही बच्चों का एग्जाम टाइम चल रहा हो, लेकिन आधे से एक घंटा उन्हें खेलने या रेस्ट करने के लिए जरूर दें. इससे बच्चों में पॉजिटिव एनर्जी आती है.
एंग्जाइटी का दूसरा लक्षण है भूख न लगना. ईटिंग शेड्यूल में बदलाव नजर आ रहा है तो ध्यान दें. बच्चा पढ़ाई करने बैठे तो उसे 1-2 घंटे के गैप से हेल्दी फूड दें. हेल्दी लाइट फूड जल्दी हज़म होता है, जिससे भूख जल्दी लगने लगती है.
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