यूनाइटेड किंगडम के लंदन में मौजूद ब्रिटिश लाइब्रेरी कलेक्शन के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी में शुमार है. ब्रिटिश लाइब्रेरी में 170 से 200 मिलियन सामग्री है. कहा यह भी जाता है कि इस लाइब्रेरी के कलेक्शन में हर साल 30 लाख रीडिंग मैटेरियल जुड़ता है. कहा जाता है कि आयरलैंड और यूके में प्रकाशित प्रत्येक पुस्तक की प्रतियां विभिन्न भाषाओं और डिजिटल समेत कई स्वरूपों में इस लाइब्रेरी में हैं. यह लाइब्रेरी 1 जुलाई 1973 को स्थापित की गई थी. इससे पूर्व यह लाइब्रेरी ब्रिटिश म्युजियम का हिस्सा हुआ करती थी.
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में स्थित लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस में 170 मिलियन से अधिक आइटम हैं. इसकी स्थापना 200 साल पहले हुई थी. यह अमेरिका का सबसे पुराना फेडरल कल्चरल इंस्टीट्यूशन है. लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस की वॉशिंगटन में तीन और वर्जीनिया में एक बिल्डिंग है. जिनमें दुनिया की 470 भाषाओं में रीडिंग मैटेरियल है. 1812 में युद्ध के दौरान अंग्रेजों ने इसमें आग लगा दिया था. जिसमें किताबों के ज्यादातर ऑरिजिनल कलेक्शन और मैटेरियल खाक हो गए. 1815 में इसे दोबारा शुरू करने का प्रयास किया गया और थॉमस जेफरसन के निजी कलेक्शन से 6,487 किताबें खरीदी गई.
शंघाई लाइब्रेरी चीन की सबसे बड़ी पब्लिक लाइब्रेरी है. यह शंघाई लाइब्रेरी सिस्टम का हिस्सा है. जिसमें करीब 56 मिलियन सामग्री है. यह न सिर्फ दुनिया की टॉप 3 सबसे बड़ी लाइब्रेरी में से एक है बल्कि दूसरी सबसे ऊंची लाइब्रेरी भी है. इसकी इमारत 24 मंजिला ऊंची है. शंघाई लाइब्रेरी की स्थापना 1847 के आसपास की गई थी.
मशहूर अभिनेत्री का ट्विटर पर क्रिकेटर को आया मैसेज, हुई लंबी बातें, फिर प्रेग्नेंट हो गई और बिन शादी बनी मां
सबसे ज्यादा हिट फिल्में देने में शाहरुख खान से आगे हैं ये 3 सुपरस्टार, चौंका देगा तीसरा नाम, देखें LIST
ऋषभ पंत के साथ मिलकर तोड़ा ‘गाबा का घमंड’…रोहित ने धांसू ऑलराउंडर को दी वाइल्ड-कार्ड एंट्री!
'रामायण' सीरियल फेम दीपिका चिखलिया की बेटियां हैं उनकी तरह खूबसूरत, जानें क्या करते हैं पति?