अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय बच्चन की रोमांटिक ड्रामा 'मोहब्बतें' (Mohabbatein) में कुछ ऐसा ही देखने को मिला था. साल 2000 में आई इस फिल्म में अमिताभ बच्चन गुरुकुल कॉलेज के सख्त प्रिंसिपल नारायण की भूमिका के साथ ही साथ एक बेटी के पिता भी थे. जो बिल्कुल भी नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी मेघा (ऐश्वर्या राय) किसी से प्यार करे. लेकिन मेघा, कॉलेज के एक म्यूजिक टीचर राज (शाहरुख खान) से प्यार कर बैठती है. उसके पिता उनके प्यार का विरोध करते हैं नजीता ये होता है वह हमेशा के लिए अपनी बेटी को खो देते हैं.
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), जया बच्चन (Jaya Bachchan), शाहरुख़ खान (Shah Rukh Khan), काजोल (Kajol), ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan), करीना कपूर (Kareena Kapoor) स्टारर 'कभी खुशी कभी गम' (Kabhi Khushi Kabhie Gham ) 2001 को रिलीज हुई थी. फिल्म में यश रायचंद के रोल में अमिताभ बच्चन ने एक कठोर पिता की भूमिका निभाई थी. उनके कठोर रवैये की वजह से उनका बेटा राज (शाहरुख खान) घर छोड़कर चला जाता है क्योंकि यश रायचंद, राज और अंजली (काजोल) के प्यार को स्वीकार नहीं करना चाहते थे. (तस्वीर सभार : @thefilmbollywoodइंस्टाग्राम)
अजय देवगन, ऐश्वर्या राय और सलमान खान की सुपर हिट फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' (Hum Dil De Chuke Sanam) में भी आपको एक कठोर पिता की भूमिका देखने को मिलेगी, जिसे लगता है कि उनकी बेटी नंदिनी ( ऐश्वर्या राय) के लिए समीर राफिलिनी (सलमान) ठीक नहीं हैं और वह कठोर निर्णय लेते हुए अपनी बेटी की शादी वनराज(अजय देवगन) से करा देते हैं. बता दें कि इस फिल्म में दिवंगत एक्टर विक्रम गोखले ने ऐश्वर्या के पिता पंडित दरबार की भूमिका निभाई थी. (तस्वीर सभार : @thefilmbollywoodइंस्टाग्राम)
कुंदन शाह की फिल्म 'क्या कहना' (Kya Kehna) प्रीति ज़िंटा, सैफ अली खान, चंद्रचूढ़ सिंह, अनुपम खेर और फरीदा जलाल लीड रोल पसंद किए गए थे. यूं तो फिल्म सामाजिक मानसिकता पर आधारित रही हैं. लेकिन फिल्म में आपको कहीं न कहीं परिवार के कड़े उसूलों का सामना प्रीति ज़िंटा का करना पड़ता है. घरवाले प्रीति ज़िंटा और उनके प्यार खिलाफ होते और अंत में प्रीति को एक अलग फैसला करना पड़ता है.(तस्वीर सभार : @thefilmbollywoodइंस्टाग्राम)
साल 1997 में आई आमिर खान, काजोल, जूही चावला और अजय देवगन की फिल्म 'इश्क' (Ishq) में भी आपको अडियल पैरेंट्स की झलक देखने को मिलेगी. इसमें भी पैरेंट्स के अपने बच्चों के फ्यूचर के लिए कुछ अलग प्लान करते हैं और उनकें जज्बातों को नजरअंदाज करते हैं. फिल्म में टिकू तलसानिया, सदाशिव, दिलीप ताहिल ने भी ज़बरदस्त एक्टिंग की है.(तस्वीर सभार : @thefilmbollywoodइंस्टाग्राम)
साल 2003 में आई सलमान खान और भूमिका चावला की फिल्म 'तेरे नाम' (Tere Naam) की कहानी का अंत काफी दुखद रहा है. फिल्म में भले ही निर्जरा भारद्वाज (भूमिका चावला) के पिता पुजारी (सौरभ दुबे) का किरदार ज्यादा खडूस नहीं रहा है लेकिन उनके उसूल काफी हार्ड थे, जिसकी वजह से उनकी बेटी अपने दिल की बात उनसे नहीं कह पाती और जब बताती है तो उसका अंजाम कुछ और ही होता है.(तस्वीर सभार : @thefilmbollywoodइंस्टाग्राम)
'मैंने प्यार किया' (Maine Pyar Kiya) 1989 की सूरज बड़जात्या द्वारा निर्देशित सुपरहिट फिल्मों में एक है. फिल्म में सलमान खान और भाग्यश्री को लीड रोल में देखा गया था. इस फिल्म में आलोक नाथ और राजीव वर्मा को भी एक हार्ड डिसीजन मेकर फादर के रूप में देखा गया था. (तस्वीर सभार : @thefilmbollywoodइंस्टाग्राम)
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