Meena Kumari Death Anniversary: बॉलीवुड की ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी (Meena Kumari) को नींद नहीं आती थी, ऐसे में डॉक्टर ने उन्हें रोज सोने से पहले एक ढक्कन ब्रांडी पीने की सलाह दी. लेकिन, देखते ही देखते उन्हें शराब की ऐसी लत लगी कि वह रोज शराब के नशे में रहने लगीं, क्योंकि जो दर्द उन्होंने अपनी जिंदगी में झेल पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है.
मुंबईः मीना कुमारी (Meena Kumari) हिंदी सिनेमा की वह अभिनेत्री थीं, जिनका फिल्मों से जितना रिश्ता रहा उससे कहीं ज्यादा दर्द से. उनकी जिंदगी में इतना दर्द था कि उन्हें फिल्मों में रोने के लिए कभी ना तो ग्लिसरिन का सहारा लेने की जरूरत पड़ी ना पानी की. उनकी आंखों से निकले आंसू असली होते थे. अपनी जिंदगी में भरपूर दौलत-शौहरत कमाने वाली मीना कुमारी को गुजरे 51 साल हो गए हैं. महज 19 साल में अपने से दोगुने उम्र के कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) से शादी, जो पहले से ही दो शादियां कर चुके थे. जब अभिनेत्री के पिता को इस सीक्रेट शादी की बात पता लगी तो उन्होंने अपनी बेटी को घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
मीना कुमारी तब इंडस्ट्री की उन अभिनेत्रियों में शुमार थीं, जिनकी फैन मधुबाला भी थीं और दिलीप कुमार भी. लेकिन, रानी की जिंदगी जीने वाली मीना की 38 साल की जिंदगी बेहद दर्दनाक रही. (फोटो साभार: bombaybasanti/Instagram)
मीना का जन्म एक बेटे की चाह रखने वाले अली बक्श के घर 1 अगस्त 1933 को हुआ. तंगहाली से परेशान और निराश अली बक्श बेटी को अनाथाश्रम छोड़ आए, लेकिन पत्नी इकबाल बेगम ने समझाया तो दिल पिघल गया और बेटी को वापस घर ले आए और नाम दिया महजबीं.
जी हां, मीना कुमारी का असली नाम यही थी. एक थिएटर आर्टिस्ट के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया तो 4 साल की बेटी मीना को इस उम्मीद में सेट पर ले जाने लगे. एक दिन डायरेक्टर विजय भट्ट ने उन्हें अपनी फिल्म लेदरफेस में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम दिया. इसके लिए उन्हें 25 रुपये फीस मिली. काम करते-करते महजबीं उर्फ मीना कुमारी के कंधे पर ही घर की जिम्मेदारी आ गई.
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम करने के बाद मीना को 13 साल की उम्र में बतौर लीड एक्ट्रेस 'बच्चों का खेल' में कास्ट किया गया. फिल्म रिलीज हुई तो 18 महीने बाद ही मां का निधन हो गया.
वहीं कमाल से शादी के बाद जब पिता ने घर से निकाल दिया तो मीना पति के पास पहुंचीं तो पति ने भी साथ रखने के लिए कई शर्तें रख दीं. मीना ने कमाल अमरोही के साथ के लिए हर शर्त मान ली. अमरोही ने मीना को साथ रहने के लिए कई शर्तें रखीं.
जिनमें दूसरे डायरेक्टर के साथ फिल्म साइन ना करना, रिवीलिंग कपड़े नहीं पहनना, शाम 6 बजे से पहले घर पहुंच जाना और मेकअप रूम में किसी मर्द के ना आने जैसी शर्तें मीना कुमारी ने हंसते-हंसते मान ली. लेकिन, एक हीरोइन होने के नाते वह ऐसा कैसे कर पाएंगी, उन्हें भी नहीं पता था. (फोटो- @FilmHistoryPic/Twitter)
मीना ने शादी के बाद कई मुश्किलों का सामना किया. यहां तक की वह कभी मां भी नहीं बन पाईं. जब वह पहली बार प्रेग्नेंट हुईं तो उनका मिसकैरिज हो गयाय इसके बाद भी वह दो बार प्रेग्नेंट हुईं, लेकिन उन्होंने अबॉर्शन करा लिया, वो भी पति को बिना बताए. कमाल को जब ये पता चली तो उन्होंने मीना को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया. पति की मारपीट से सहमी मीना कुमारी एक बार जब 'साहिब, बीवी और गुलाम' के सेट पर लेट हुईं तो वह डर के मारे सेट पर ही रोने लगीं. शूटिंग तब भी हुई, लेकिन वह लगातार रोती ही रहीं.
पति के जुल्म से परेशान मीना कुमारी 1972 में पति कमाल अमरोही से अलग हो गईं. लेकिन, इससे वह इतनी परेशान रहने लगीं कि वह डिप्रेशन में चली गईं और बीमार रहने लगीं. लेकिन, अपनी बीमारी के बाद भी उन्होंने पाकीजा की शूटिंग पूरी की. इसी दौरान उनकी तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें सेट से अस्पताल ले जाना पड़ा.
कमाल जानते थे कि शराब के चलते मीना की तबीयत बिगड़ी है. कमाल जब एक दिन घर पहुंचे तो बाथरूम में देखा कि डिटॉल की बोतल में शराब भरी हुई है. 28 मार्च को मीना को अस्पताल में भर्ती कराया गया और 31 मार्च 1972 को उनकी मौत हो गई और अभिनेत्री के निधन के बाद उनकी फिल्म पाकीजा रिलीज हुई, जो ब्लॉकबस्टर साबित हुई.