आदित्य चोपड़ा ने जब इस फिल्म को बनाया था, तब फिल्म को बजट 04 करोड़ का था. इस फिल्म ने तब भारत में 89 करोड़ रुपए कमाए थे. दुनिया भर में फिल्म का कलेक्शन 102.50 करोड़ रुपए था. इस फिल्म का क्रेज बरसों बाद भी बरकरार है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म का नाम कैसे पड़ा और किसने आदित्य चोपड़ा को ये नाम सुझाया था.
20 अक्टूबर 1995 को एक फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज हुई. फिल्म में शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी एक बार फिर देखने को मिली और इस फिल्म ने बॉलीवुड को पूरी दुनिया में एक नई पहचान दी. 27 साल बाद भी फिल्म की कहानी, गानें और फिल्म का एक-एक करेक्टर लोगों को याद है. फिल्म का नाम अब तक तो आप समझ गए होंगे 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई.
आदित्य चोपड़ा ने जब इस फिल्म को बनाया था, तब फिल्म को बजट 4 करोड़ का था. इस फिल्म ने तब भारत में 89 करोड़ रुपए कमाए थे. दुनिया भर में फिल्म का कलेक्शन 102.50 करोड़ रुपए था. इस फिल्म का क्रेज बरसों बाद भी बरकरार है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म का नाम कैसे पड़ा और किसने आदित्य चोपड़ा को ये नाम सुझाया था.
फिल्म को आपने भी शायद कई बार देखा होगा, लेकिन लास्ट में आने वाले क्रेडिट्स क्या आपका ध्यान गया. क्या आप जानते हैं कि इस ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म के नाम के लिए कितनी माथापच्ची हुई थी और उस एक्ट्रेस ने फिल्म का टाइटल सुझाया था, जिन्होंने फिल्म में कोई रोल अदा ही नहीं किया था.
दरअसल, आदित्य चोपड़ा काफी दिमाग खपाने के बाद भी नाम नहीं सोच पा रहे थे. ऐसे में जब उन्हें अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर ने फिल्म का नाम सुझाया, तो उन्हें वो पसंद आ गया और उन्होंने झट से फिल्म के टाइटल को फाइनल कर लिया.
इस बात का जिक्र यशराज फिल्म्स द्वारा पब्लिश की गई बुक 'आदित्य चोपड़ा रिलिव्स...दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में खुद आदित्य चोपड़ा ने किया है.
उन्होंने बताया है, 'किरण जी को ये आइडिया 1974 में आई शशि कपूर की एक फिल्म 'चोर मचाए शोर' के गाने ले जाएंगे...ले जाएंगे...दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे सुनकर आया था. जब मैंने उनसे ये आइडिया सुना तो मुझे काफी पसंद आया और यह टाइटल फाइनल हो गया.'
फिल्म की जान 'सिमरन' और 'राज' हमारे दिलों में बसे हैं, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि किरदार को करने वाले काजोल और शाहरुख दोनों ये रोल नहीं करना चाहते थे. काजोल को लगा था कि ये किरदार काफी बोरिंग है. किंग खान ने भी इसके लिए मना भी कर दिया था.
भारतीय सिने इतिहास की 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' पहली फिल्म थी, जिसने अपनी मेकिंग को भी प्रोड्यूस किया था. तकनीकी तौर पर तब से उसे 'बिहाइंड द सीन' के नाम से जानते हैं. आदित्य चोपड़ा के छोटे भाई उदय चोपड़ा ने वीडियोग्राफर बनकर बिहाइंड द सीन फुटेज को रिकॉर्ड किए और बाद में इसका इस्तेमाल फिल्म के प्रमोशन में किया गया था.
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