हिमाचल प्रदेश में सीमा सड़क संगठन के जवान रोहतांग दर्रा खोलने की मुहिम में केलांग से 39 किलोमीटर दूर तेलिंग नाले पहुंचे. 3 फीट तक की बर्फ की दीवार को हटाते हुए अपने गंतव्य स्थान की ओर रवाना हो रहे हैं.
लाहौल घाटी के लोग सीमा सड़क संगठन के कार्य प्रगति पर टकटकी लगाए बैठे हैं. कब रोहतांग दर्रा वाहनों की आवाजाही के लिए खुलेगा जिससे घाटी के लोग खुली हवा में सांस ले पाएंगे.
केलांग से रोहतांग दर्रे के बीच 65 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग से बर्फ हटाने की जद्दोजहद में सीमा सड़क संगठन पूरी ताकत से काम कर रहा है.
सर्दियों के दौरान हुए भारी हिमपात के कारण रोहतांग दर्रा वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है. सीमा सड़क संगठन ने रोहतांग दर्रा को वाहनों की आवाजाही के लिए खोलने के लिए 10 र्माच से केलांग से रोहतांग दर्रा की ओर कूच किया था.
रास्ते में भारी हिमस्खलन, चट्टान खिसकने और भारी मात्रा में गिरे मलबा हटाते हुए सीमा सड़क संगठन के अन्य मशीनरी केलांग से 38 किलोमीटर दूर तेलिंग नाले की कुछ दूरी पर पहुंच चुके हैं.