शिमला में कुफरी, नारकंडा, खड़ा पत्थर और देहा में बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है. शिमला को रामपुर रिकांगपिओ से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-5 बर्फबारी के बाद नारकंडा के पास बंद हो गया है. हालांकि अब खुल गया है.
एडीसी शिमला अपूर्व देवगन ने बताया कि कुफरी- फागू -नारकंडा, रोहड़ू -खड़ापत्थर और चौपाल- खिड़की में बीती रात से बर्फबारी हो रही है लेकिन यातायात के लिए सड़क सुचारु है.
उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के मुताबिक बर्फबारी और बारिश की आशंका जताई थी, जिसके बर्फ इन क्षेत्रों में बर्फ पड़ी है लेकिन अभी जिला की सभी सड़कें दुरुस्त हैं और नाही किसी तरह की अनहोनी की सूचना है.
इसके अलावा, लेह-मनाली हाईवे, जलोड़ी जोत होते हुए लुहरी रामपुर हाईवे-305 और समेत कई सड़कें बंद हैं.
मंडी जिले की सराज घाटी बर्फ से लकदक हो गई है. जिला कुल्लू और लाहौल-स्पीति में पिछले चार दिनों से बर्फबारी व बारिश लगातार जारी है. औट-आनी-सैंज हाईवे-305 का करीब 20 किलोमीटर मार्ग बर्फ से लकदक हो गया है.
बीते चार दिन में सूबे में सीजन की सबसे अधिक बर्फबारी हुई है.मनाली शहर में भी आधा फीट बर्फ गिरी है.
बर्फबारी के चलते ऊंचाई वाले इलाकों में जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, 27 नवंबर से सूबे में मौसम खुल जाएगा.
बर्फबारी पड़ते ही कुफरी और फागू क्षेत्र में पर्यटकों का सैलाब उमड़ रहा है. बर्फबारी की चाह में आए पर्यटक खूब आंनद ले रहे हैं पर्यटकों का कहना कि वे पहली शिमला घूमने आए हैं लेकिन बर्फबारी गिरते ही उनकी खुशी दोगुनी हुई है.