ऊना. गांव में बिजली नहीं, पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई की. कुछ ऐसा ही सफर रहा है विश्वभर के अमीरो की सूची में शामिल और देश के 10 अमीरों की सूची में नौंवा स्थान हासिल करने वाले जय चौधरी का.
जय चौधरी का असली नाम जगतार सिंह चौधरी है और वह हिमाचल प्रदेश के के ऊना जिला के छोटे से गांव पनोह से हैं. आज भारत और अमेरिका में ही नहीं बल्कि विश्व अपना साम्राज्य खड़ा करने में सफल हुए है.
ऊना के ही सरकारी स्कूलों में पढ़कर हमेशा अव्वल रहने वाले जगतार सिंह अमेरिका में जाकर जय चौधरी बन गए और आज वो विश्व के अमीरों की सूची में शामिल हो गए है.
जय चौधरी आज भी क्षेत्र में समाजसेवा में अपना सहयोग देते है और जिन जिन स्कूलों में वो पढ़े है उनमें सुविधाओं को बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहते है.
ऊना जिला के छोटे से गांव से निकल अमेरिका में जय चौधरी ने Zscaler नाम से बड़ा साम्राज्य खड़ा किया, 62 साल के जय चौधरी का जन्म जिला ऊना के गांव पनोह में पिता भगत सिंह और माता सुरजीत कौर के घर में हुआ था. तीन भाइयों में सबसे छोटे जय चौधरी की तीन बहनें है. जय चौधरी का बचपन से ही पढ़ाई से बहुत लगाव था.
पैतृक गांव पनोह के ही प्राइमरी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा हासिल करने के बाद जय चौधरी ने सरकारी स्कूल धुसाड़ा में मैट्रिक तक की पढ़ाई की है. जय चौधरी दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के लिए चार किलोमीटर पैदल जाते थे और गांव में ही बट्ट वृक्ष के नीचे बैठकर पढ़ा करते थे.
मिडिल और हाई स्कूलिंग के दौरान जय चौधरी ने प्रदेश के स्कूल शिक्षा बोर्ड की मेरिट लिस्ट में अपना नाम दर्जकरवाया. वहीँ ऊना में शुरू हुए कॉलेज में प्रेप करते हुए भी यूनिवर्सिटी में टॉप किया. उसके बाद बीएचयू बनारस में बीटेक करने के बाद अमेरिका में एमटैक की पढ़ाई की.
किसान पिता के घर जन्मे जय चौधरी को इस मुकाम तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा, लेकिन जय चौधरी ने कभी हिम्मत नहीं हारी और अपना मुकाम हासिल कर लिया.
इस बार की हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट 2021में जय चौधरी ने दुनिया के टॉप अरबपतियों में स्थान पाया हैं. अब वह भारत के टॉप-10 अरबपतियों में शामिल हो गए हैं. जय चौधरी ने 2008 में Zscaler ने नाम से साइबर सिक्योरिटी कंपनी शुरू की थी, जिसके बाद 2018 में कंपनी का आईपीओ लॉन्च किया था.
जय चौधरी की इस सफलता से उनके सबसे बड़े भाई दलजीत सिंह भी खासे उत्साहित है. प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत हुए जय चौधरी के भाई दलजीत बताते है कि जगतार शुरू से ही पढ़ने में बहुत होशियार थे और जब जय छठी में थे तो वो उनके बीए के निबंध तक लिख लेते थे. उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय जय चौधरी को ही दिया.
उन्होंने बताया कि जय चौधरी जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति है और इस मुकाम ओर पहुंचने के बाबजूद भी उनमें कोई बदलाव नही आया है. उन्होंने बताया कि जय की पत्नी भी बहुत अच्छी है और उनके माता पिता भी अमेरिका में ही उनके पास है.
जय चौधरी के दोस्त और सहपाठी रहे अशोक कुमार की माने तो जगतार पढ़ाई में शुरू से ही प्रतिभाशाली रहे हैं. अशोक पुराने दिनों को याद करते हुए बताते है कि वो जय के साथ गांव से चार किलोमीटर दूर स्कूल को पैदल जाते थे और स्कूल के बाद पशुओं को चराने भी इकट्ठे ही जाते थे.
जय चौधरी अमेरिका में रहते हुए भी अपने क्षेत्र में समाजसेवा करने से पीछे नहीं रहते है. जय चौधरी जिन जिन स्कूलों में पढ़े है उनके अलावा साथ लगते स्कूलों को भी जय चौधरी द्वारा मुलभुत सुविधाओं के लिए आर्थिक मदद की है.
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुसाड़ा में मेरे स्कूल के मोती पटल पर भी जय चौधरी का जगतार सिंह चौधरी के नाम से अंकित है.
स्कूल के प्रधानाचार्य देसराज ने जय चौधरी की इस उपलब्धि पर ख़ुशी जाहिर की है. प्रधानाचार्य ने बताया कि बेशक जय चौधरी अमेरिका में रहते है लेकिन वो हमेशा स्कूल को मदद के लिए काम करते रहते है.
भोजपुरी के 'पावर स्टार' पवन सिंह ने लंदन में पूरी की 'सौतन' की शूटिंग, वायरल हुईं ऑन लोकेशन Photos
PHOTOS : जब कलेक्टर ने देवी को पिलायी मदिरा और हांडी लेकर शहर में घूमे...
अपनी सादगी के लिए मशहूर साउथ एक्ट्रेस Nithya Menen की बोल्ड तस्वीरों ने मचाया तहलका, देखें Photos
PHOTOS : पिंजरा खुलते ही तेंदुए ने लगायी छलांग और जंगल में हुआ नौ-दो-ग्यारह