धनबाद. उत्तराखंड का जोशीमठ; प्राय: अपने धार्मिक स्थलों के लिए ही जाना जाता है. लेकिन, हाल में ही यहां की भू धंसाव की घटना के कारण यह सुर्खियों में रहा. पहाड़ों में लगातार बड़ी हो रही दरारों और ढहने की कगार पर पहुंच चुके मकानों के कारण यहां के अस्तित्व पर संकट है. इसी तरह का एक मामला झारखंड के धनबाद जिले के कोल क्षेत्र से आया है जो दहशत फैला रही है. (फोटो व रिपोर्ट- संजय गुप्ता)
धनबाद जिले में अवैध कोयला खनन के कारण प्रत्येक कोल ब्रेरिंग क्षेत्र में भूधसान कई घटनाएं लगातार हो रही हैं. इसी क्रम में कतरास थाना क्षेत्र के अकाशकिनारी में बस्ती में भू धंसान की घटना घटी है. घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. हजारों लोग अपनी जान माल को लेकर चिंतित हैं.
भू धंसान के कारण घरों में भी दरारें पड़ गई हैं. लगातार हो रहे भू धंसाव से लोगों की जिंदगी खतरे में आ गई है, लेकिन, इसे रोकने कार्रवाई करने को लेकर पुलिस, जिला प्रशासन, बीसीसीएल पूरी तरह से मौन है.
लोग दबी जबान से भूधसान का कारण अवैध तरीके से कोयले का उत्खनन होने की बात कह रहे हैं. स्थानीय लोग बीसीसीएल प्रबंधन से सुरक्षित पुनर्वास की मांग कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि अचानक से जोरदार आवाज के जमीन धंसने लगी. हम सभी भाग रहे थे और जमीन आवाज के साथ धंसती जा रही थी. रात में सोते हुए कभी भी घर जमींदोज हो सकते हैं.
बीसीसीएल के साल पहले ही आश्वासन दिया था कि किसी दूसरे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा. लेकिन, उसके बाद बीसीसीएल के अधिकारी सुध लेने तक नहीं पहुंचे.
लोगों में कहा कि घर को चिन्हित कर उसमें नंबर भी अंकित किए गए. बीसीसीएल ने वैसे घरों को शिफ्ट करने के लिए ही नंबर से चिन्हित करने का काम किया था, लेकिन फिर बीसीसीएल ने आगे कोई कार्रवाई नहीं की.
वही स्थानीय कोग्रेस नेता अशोक लाल भी कह रहे हैं कि अवैध कोयला खनन को लेकर लगातार वह बीसीसीएल को पत्राचार करते आ रहे, लेकिन बीसीसीएल कोई ध्यान नहीं दिया.