भाषाविदों ने कुछ समय पहले पता लगाया कि दुनिया में 6,900 से भी ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं. इनमें से कई हजारों सालों पुरानी हैं. एथिनोलॉग (Ethnologue) यानी वो पब्लिकेशन जो दुनियाभर की भाषाओं पर नजर रखती है, के अनुसार कुल 7097 भाषाएं दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बोली जाती हैं. हालांकि इनमें से कई भाषाओं का अस्तित्व खत्म होने को है, और इन्हें बोलने वाले मुश्किल से कुछ हजार ही लोग होंगे. ऐसी ही एक भाषा है यघान. अर्जेंटीना के एक द्वीप की ये मूल भाषा अब लगभग गायब हो चुकी है. यहां तक कि इसे बोलने वाला एक ही शख्स जीवित है, जो एक महिला है.
ये भाषा अर्जेंटीना और चिली के बीच बसे टिएरा डेल फ्यूगो (Tierra del Fuego) नामक द्वीप के आदिवासियों की मूल जबान हुआ करती थी. यघान नाम की इस भाषा को संस्कृत से मिलता-जुलता माना जाता है. अब इसे बोलने वाली एकमात्र बुजुर्ग महिला है. क्रिस्टिना काल्डेरॉन (Cristina Calderón) नाम की इस महिला को स्थानीय लोग अबुइला बुलाते हैं, यानी स्पेनिश में दादी मां. (Photo-pixabay)
14 पोते-पोतियों और ढेर सारे पड़पोते-पड़पोतियों के होने के बाद भी अब क्रिस्टिना के साथ उनकी मूल भाषा में बात करने वाला कोई नहीं. इसकी वजह ये है कि भाषा को जानने वाली उनकी बहनों की मौत हो चुकी हैं और परिवार के बाकी सदस्य स्पेनिश या अंग्रेजी जैसी भाषाएं बोलते हैं. हालांकि कई सदस्य भाषा समझते तो हैं लेकिन बोल नहीं पाते. सांकेतिक फोटो (Pixabay)
वैसे यघान एक भाषा ही नहीं बल्कि एक बंजारा समुदाय का नाम था, जो दक्षिणी अमेरिका से होते हुए चिली और अर्जेंटिना तक पहुंच आए. साल 1520 में पुर्तगालियों ने सबसे पहले इस कबीले के बारे में पता लगाया था. हालांकि वक्त के साथ-साथ भाषा और संस्कृति में काफी समृद्ध रहा ये समुदाय बिखरता चला गया. सांकेतिक फोटो (Pixabay)
अब क्रिस्टीना यघान भाषा को सरकारी मदद से जिंदा रखने की मुहिम चला रही हैं. वे अर्जेंटिना के स्कूलों में छोटे बच्चों को ये भाषा सिखाने का काम करती हैं. साथ ही हर साल वे यघान कबीले से जुड़े एक उत्सव का भी आयोजन करती हैं, जिसमें अर्जेंटिना के दूर-दराज से भी लोग आते हैं. ये उत्सव समुद्र और समुद्री खाने से जुड़ा हुआ है, जिसे खूब पसंद किया जाता है. सांकेतिक फोटो (Pixabay)
फिलहाल दुनिया में चीनी भाषा को बोलने वाले लोग सबसे ज्यादा हैं. इस भाषा का इतिहास लगभग 3 हजार साल पुराना माना जाता है, जिसे दुनियाभर में 1.2 बिलियन लोग यानी दुनिया की 16 प्रतिशत आबादी बोलती है. इसे सबसे पहले लिखी गई भाषा के तहत भी रखा जाता है और इसी वजह से चीनी भाषा का नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है. चीन के अलावा ये भाषा ताइवान और सिंगापुर की भी भाषा है. थोड़े-बहुत बदलाव के साथ चीनी भाषा मेंडेरिन और केंटोनीज भाषा बनकर सामने आई. सांकेतिक फोटो (Pixabay)
अब बात करते हैं भारतीय भाषा संस्कृत की. सदियों पुरानी इस भाषा का पहला उदाहरण उत्तरप्रदेश के अयोध्या से माना जाता है. गुजरात में भी प्राचीन संस्कृत के कई प्रमाण मिले हैं. हालांकि संस्कृत अब भी भारतीय आधिकारिक भाषाओं में से एक है लेकिन ये लुप्त होती भाषा के तहत आ चुकी है, जिसके नेटिव स्पीकर सिर्फ 14135 लोग हैं. सांकेतिक फोटो (Pixabay)
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