1974 में छात्र राजनीति से कदम रखने वाले अरुण जेटली ने सॉलिसिटर जनरल, संयुक्त राष्ट्र, बीसीसीआई होते हुए कैबिनेट मंत्री तक का सफर तय किया. नजर डालिए उनकी पूरी जिंदगी पर.
भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का जन्म साल 1952 में हुआ था. जन्म के बाद उनके पिता पाकिस्तान लाहौर से परिवार सहित दिल्ली आ गए थे.
दिल्ली के सेंट जेवियर्स से जेटली की शुरुआत पढ़ाई पूरी हुई. 1969 में श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से उन्होंने ग्रेजुएशन की शिक्षा पूरी की.
1974 से उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई. उन्होंने छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव जीता. 1975 में इमरजेंसी के दौरान वो अंबाला और दिल्ली की जेल में रहे. उन्होंने 19 महीने तिहाड़ जेल में काटे.
1976 में लोकतांत्रिक मोर्चा के संयोजक बनाए गए. इसी साल 1980 में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने.
1982 में संगीता डोगरा से जेटली शादी के बंधन में बंधे और 1990 में देश के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल का पद संभाला.
1991 में उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया. 1998 में वो भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली के भारतीय प्रतिनिधि मंडल में शामिल हुए.
1999 में उन्होंने BCCI के वाइस प्रेसिडेंट का पद संभाला. 2000 में वो पहली बार केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए.
2002 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया. 2009 में वो राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष चुने गए.
2012 में उन्हें गुजरात से राज्य सभा में भेजा गया. 2014 में मोदी सरकार में उन्हें वित्त मंत्रालय जैसा बड़ा पद दिया गया.
2018 में वो उत्तर प्रदेश से चुनकर फिर राज्य सभा में पहुंचे. 2019 में लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया.