यूं तो ब्रह्माण्ड (Universe) में बहुत सी गैलेक्सी (Galaxies) मौजूद हैं. उनमें से अवलोकित की जा सकने वाली गैलेक्सी भी देखी नहीं जा सकी हैं. हाल के कुछ सालों में खगोलविदों ने यह नतीजा निकाला है कि ब्रह्माण्ड में जितना सोचा गया था. उससे करीब 10 गुना ज्यादा अवलोकित की जा सकने वाली गैलेक्सी मौजूद हैं. गैलेक्सी को अवलोकित करना और उनका नक्शा (Map) बनाने आसान काम नहीं हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia) शोधकर्ताओं ने केवल 300 घंटे में ही 30 लाख गैलेक्सी का नक्शा बनाने का काम कर दिखाया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
एक अभूतपूर्व उपलब्धि के तौर पर ऑस्ट्रेलियन स्क्वायर किलोमीटर ऐरे पाथफाइंडर (ASKAP) ने केवल साढ़े 12 दिन में ही 30 लाख गैलेक्सी (Galaxies) का नक्शा बना लिया. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया (Western Australia) में स्थित ASKAP को कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (CSIRO) ने खगोलविज्ञान के लिए नक्शा (Map) बनाने के लिए डिजाइन कर बनया था. गैलेक्सी के इस नक्शे में बहुत सी गैलेक्सी ऐसी हैं जिनकी खोज नहीं हुई है. इसे ब्रह्माण्ड का गूगल मैप (Google Map of Universe) कहा जा रहा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
CSIRO कार्यकारी प्रमुख डॉ लैरी मार्शल ने बताया, “ASKAP दुनिया भर के खगलोविदों के सवालों और ब्रह्माण्ड (Universe) के रहस्यों को सुलझाने के लिए उन्नत और आधुनिक तकनीक का उपयोग किया. इसमें CSIRO द्वारा विकसित फेज्ड ऐरे फीट तकनीक (Phased Array Feed Technology) पर आधारित रिसीवर्स लगाए गए हैं. इससे ASKAP तेजी से और ज्यादा तादात में आंकड़े हासिल करने में सक्षम है. इसकी गति पूरे ऑस्ट्रेलिया के इंटरनेट ट्रैफिक (Internet Traffic) से कहीं ज्यादा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
इस सर्वेक्षण के जरिए जिसे रैपिड ASKAP कंटीन्यूयम सर्वे या RACS कहा गया है, जो तस्वीरें बनती हैं वे पिछली तस्वीरों के मुकाबले पांच गुना ज्यादा संवेदनशील और दो गुने विस्तार की हैं. पहली बार नहीं हैं कि वैज्ञानिकों ने इस तरह से पूरे ब्रह्माण्ड (Universe) का नक्शा (Map) बनाने का प्रयास किया है. लेकिन सभी सर्वेक्षणों (Surveys) में सालों का समय लग गया. इस लिहाज से वर्तमान कार्य एक बहुत बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. ब्रह्माण्ड का नक्शा गैलेक्सियों को ट्रैक करने, उन्होंने समझने और उनके अध्ययन के लिहाज से बहुत अहम है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
इस सर्वे में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया स्थित CSIRO के मर्किसन रेडियो एस्ट्रोनॉमी ऑबजर्वेटरी (MRO) में ASKAP का उपयोग कर पूरे आकाश का 83 प्रतिशत हिस्से का अवलोकन किया. टेलीस्कोप की रैपिड सर्वे (Rapid Survey) करने की क्षमता फेज्ड ऐरे फीड्स और हाई स्पीड डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर्स नाम की रेडियो रिसीवर्स तकनीक से आई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
इस सर्वे ने 13.4 एक्साबाइट का आंकड़ें बनाए जिन्हें CSIRO के बनाए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर द्वारा बनाए गए. इसके अलावा पॉसे सुपर कम्प्यूटर सेंटर के गैलेक्सी सुपरकम्प्यूटर (Galaxy Supercomputer) के जरिए टीम ने आंकड़ों को 2D रेडियो तस्वीरों (Radio Images) में बदला जो कुल 70 अरब पिक्सेल की थीं. अंततः 903 तस्वीरों को मिला कर एक अंतरीक्षीय नक्शा तैयार किया गया. (प्रतीकात्मक तस्वीर: ESO)
इस पूरे आकाशीय सर्वे (Sky Survey) से मिले आंकड़े और तस्वीरों से खगोलविदों को लाखो गैलेक्सियों (Galaxies) के सांख्यकीय विश्लेषण करने में सहायता मिलेगी. इसके अलावा टीम को उम्मीद है कि भविष्य में इस सर्वे से लाखों गैलेक्सियों की विस्तार से जानकारी मिल सकेगी. CSIRO के मुताबिक यह नक्शा उन विशाल गैलेक्सियों की खोज में भी उपयोगी होगा जो सुपरमासिव ब्लैकहोल (SMBH) के एक्रीशन (Accreetion) में बनती हैं. इस नक्शे की मदद से वैज्ञानिक अंतरिक्ष के और बहुत से राज जानने की उम्मीद कर रहे हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
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