दुनिया में आकाश की महारानी (Queen of Sky) की नाम से पहचाने वाले बोइंग747 (Boing 747) जंबो जेट की हाल ही में आखिरी डिलिवरी दी गई है. इसके साथ ही एक युग का अंत हो गया है. पहली बार 1969 में इसकी उड़ान भरी गई थी. तब से यह कार्गो विमान (Aeroplane), एक व्यवसायिक विमान के रूप में जिसमें 500 यात्रियों की क्षमता थी, नासा के स्पेस शटल के लिए, अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन विमान के रूप में कार्य करता रहा है. इस विमान ने वायु यात्रा में एक क्रांति लाने का काम किया था जिससे अंतरराष्ट्रीय शहर एक दूसरे से जुड़े जो कभी सीधे तौर पर नहीं जुड़े पाए थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
बोइंग 747 (Boing 747) जंबो जेट की एक बड़ी उपबल्धि यात्री उड़ानों को लोकतांत्रिक करना भी था. लेकिन तमाम उपलब्धियों के बाद भी खुद बोइंग और उसके प्रतिस्पर्धी एयरबस ने और ज्यादा लाभकारी और ईंधन कारगर बड़े विमान बनाए जिसमें केवल दो ही इंजन थे जबकि बोइंग का जम्बो जेट चार इंजन पर चल रहा था. इसका अंतिम विमान (Aeroplane) 1574वां विमान है तो वॉशिंगटन राज्य में बनाया गया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
यूं तो बोइंग 747 (Boing 747) के लंबे इतिहास को देखते हुए बोइंग के वर्तमान और पुराने कर्मचारी इसे अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे पर इसका बंद होना तय भी माना जा रहा था. विशेषज्ञों का मानना है कि अब चार इंजन वाले विमान (Aeroplane) की किसी भी तरह की जरूरत नहीं रह गई है. लेकिन विमानन उद्योग (Aviation) के इतिहास में इसका योगदान भुलाया नहीं जा सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
पहले बोइंग 747 (Boing 747) को बनाने में करीब 50 हजार बोइंग कार्मचारियों ने 16 महीनों से भी कम समय निर्माण किया था जिसकी वजह से उसे द इंक्रेडेबल्स का नाम भी मिला था. इसके लिए एक बहुत ही विशाल कारखाने की जरूरत थी जिसे अमेरिका (USA) के सिएटल के एवरेट में बनाया गया था. इसका ढांचा ही 68.5 मीटर लंबा था और इसकी पूंछ छह मंजिला इमारत जितनी ऊंची थी. इसके आकार की वजह से व्हेल (W hale)का नाम भी मिला था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
बाद में क्वीन ऑफ एयर (Queen of Air) यानी हवा की महारानी की नाम से मशहूर हुआ बोइंग 747 (Boing 747) का उन्नत मॉडल 747 400 सीरीज के नाम से 1980 के दशक में उतारा गया था. इसकी टाइमिंग बेहतर थी और 1990 के दशक में एशिया (Asia) की बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं के बहुत अनुकूल साबित हुई. इससे अमरिका और यूरोप के लोगों का एशिया आना जाना बिना कहीं रुके तेज हो गया था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
अमेरिका (USA) की डेल्टा अंतिम ऐसी एयरलाइन थी जिसने बोइंग 747 (Boeing 747) विमान का यात्री उड़ानों के लिए उपयोग में लिया था. इसे 2017 में बंद कर दिया गया था. लेकिन कुछ अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने इसका उपयोग जारी भी रखा था जिसमें जर्मनी की मशहूर लुफ्तानसा भी शामिल थी. वहीं पिछले साल एटलस एयर (Atlas Air) ने चार 747-8 का पिछले साल ही ऑर्डर दिया था जिसका अंतिम विमान इस मंगलवार को फैक्ट्री से निकला था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
बोइंग 747 (Boeing 747) जंबो जेट की जड़ें अमेरिका (USA) के सिएटल इलाके में हैं. इसके एसेंबली संयंत्र वॉशिंगटन राज्य और दक्षिण कैरोलीना में स्थिति हैं. कंपनी ने मई में ही ऐलान कर दिया हैकि वह अपना मुख्यालय शिकागो से हटाकर एरलिंगो, वर्जीनिया में ले जाएगी जिससे कि उसके कर्मचारी प्रमुख फेडरनल सरकारी अधिकारियों और फेडरल एविएशन प्रशासन के पास रह सकें ये संस्थाएं ही बोइंग के यात्री विमान (Aeroplane) और कार्गो विमान का प्रमाणीकरण करती हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
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