537 ईसापूर्व लुंबिनी में गौतम सिद्धार्थ का जन्म हुआ. दुनियावी कष्टों और बीमारियों ने उन्हें अंदर तक ऐसा झकझोरा कि वो कष्टों की मुक्ति के लिए ज्ञान प्राप्ति की तलाश में निकल गए. बौद्ध गया में उन्हें ज्ञान प्राप्ति हुई और उनके अनुयायी उन्हें बुद्ध कहने लगे. बाद में बुद्ध की शिक्षाओं के आधार पर जिस नए धर्म का विकास हुआ, वो बौद्ध धर्म कहलाया. भारत में ये एक समय बहुत फलाफूला लेकिन फिर खत्म सा होने लगा लेकिन दुनिया के तमाम देशों में अब भी बौद्ध धर्म सबसे ऊपर है. वहां सबसे बड़ी आबादी बुद्धिज्म को मानने वाली है. (ShutterStock)
वैसे बौद्ध धर्म आबादी और इसे मानने वालों के हिसाब से दुनिया का चौथा बड़ा धर्म है, जिसकी उत्पत्ति भारत में छठी से चौथी शताब्दी ईसापूर्व हुई. ये धर्म भारत से ही दुनियाभर में फैला. फिलहाल जिन देशों में इसे सबसे बड़ी संख्या में माना जाता है और बहुसंख्यक आबादी बौद्ध धर्म को मानने वाली है, उसमें चीन, जापान, सिंगापुर, ताइवान और वियतनाम शामिल हैं. (shutterstock)
बुद्धिज्म की भी कई शाखाएं निकलीं. उसमें एक है थेरेवदा बुद्धिज्म, जिसे कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड में माना जाता है. तिब्बती बुद्धिज्म एक अलग शाखा है, इसे मंगोलिया, नेपाल, भूटान, रूस के कुछ हिस्सों और उत्तरी भारत में माना जाता है. वैसे बौद्ध धर्म से और जो शाखाएं या धाराएं निकलीं, उसमें निचिरेन, जेन और तेंदेई शामिल हैं. पूरी दुनिया के तकरीबन हर देश में बुद्धिज्म को मानने वाले लोग हैं लेकिन अगर आबादी के हिसाब से देखें तो ये दुनियाभर में 53.5 करोड़ के आसपास है. (ShutterStock)
बौद्ध धर्म पुर्नजन्म पर विश्वास करता है. ये मानता है कि आत्मा बार-बार शरीर को बदलती है और जीवन में सबसे बड़ी चीज करमा होती है. ज्ञान प्राप्त करने के बाद अगले 45 सालों तक वो अपने अनुयायियों को शिक्षा देते रहे और ये बताते रहे. बुद्ध ने 438 ईसापूर्व में शरीर को त्याग दिया. फिर उनके शिष्यों और अनुयायियों ने एक धार्मिक आंदोलन की शुरुआत की, जो बाद बौद्ध धर्म के तौर पर विकसित हुआ. भारत में सबसे पहले सम्राट अशोक ने तीसरी सदी ईसापूर्व में ये घोषित किया कि अब उनके राज्य का का धर्म बुद्धिज्म है. तब अगले कुछ सालों में तमाम बौद्ध मठों और स्तूपों का निर्माण हुआ. इसी के बाद बुद्धिज्म ने दुनियाभर में पैर फैलाने शुरू किए. (ShutterStock)
दूसरे देशों में म्यांमार (3.8 करोड़), श्रीलंका (1.4 करोड़), वियतनाम (1.4 करोड़), कंबोडिया (1.3 करोड़), दक्षिण कोरिया (1.1 करोड़), भारत (92 लाख), मलेशिया (51 लाख), ताइवान (49 लाख), अमेरिका (35लाख), नेपाल (30 लाख) और इंडोनेशिया (20 लाख) में बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों की बड़ी संख्या है. (Wiki Commons)
वैसे अगर आबादी के अनुपात के हिसाब से देखा जाए तो इन 10 देशों में सबसे ज्यादा बौद्ध लोग रहते हैं. 1. कंबोडिया (96.80 फीसदी), 2. थाईलैंड (92.60 फीसदी), 3. म्यांमार (79.80 परसेंट), 4. भूटान (74.70 फीसदी), 5. श्रीलंका (68.60 फीसदी), 6. लाओस (64.00 फीसदी), 7. मंगोलिया (54.50 फीसदी), 8. जापान (33.20 फीसदी), 9. सिंगापुर (32.30 फीसदी), 10, दक्षिण कोरिया (21.90 फीसदी). इनमें पहले सात देश बौद्ध बहुसंख्यक देश हैं.(Wiki Commons)
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