जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के असर के मामले में साल 2022 अभूतपूर्व रहा. इसमें कई ऐसी घटनाएं हुईं जिन्होंने नए रिकॉर्ड बनाए जो इतिहास में कभी नहीं बने थे. दुनिया में सूखे (Droughts), बाढ़ (Floods), तूफान, जंगलों में आग, ग्रीष्म लहर और बर्फीले तूफानों के ऐसे प्रकोप देखने को मिले जो इससे पहले कभी नहीं देखे गए थे. इनसे एशिया, यूरोप, अमेरिका, आदि सभी महाद्वीप अलग-अलग तरह से प्रभावित हुए.
इस साल जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के कई अभूतपूर्व दुष्प्रभाव देखने को मिले हैं और जैसा कि जलवायु वैज्ञानिक अनुमान लगा रहे थे, इस बार उम्मीद से कहीं ज्यादा कहर ढाने वाले प्रकोप देखने को मिले हैं. इस साल दुनिया में चरम सूखे (Droughts), प्रलयकारी बाढ़, और ज्यादा घातक जंगलों की आग (Wildfire), चरम तबाही मचाने वाले तूफान देखने को मिले हैं. दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने सरकारों से निवेदन क...
इस साल सबसे अनोखी जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के दुष्प्रभाव की अगर कोई घटना हुई थी तो वह पाकिस्तान (Pakistan) में आई प्रलयाकारी बाढ़ थी. सिंध प्रांत सहित देश का बड़ा हिस्सा इस अनपेक्षित बाढ़ (Flood) की चपेट में आ गया था. जिसकी किसी को जरा भी उम्मीद नहीं थी. पाकिस्तान में मानसून के प्रभाव से यह बाढ़ आई जिसके लिए यह इलाका कभी भी बाढ़ की चपेट में नहीं आता है. इसमें 1200 से ज्यादा लोग ...
इस साल अमेरिका (USA) में चौथी श्रेणी का हरिकेन तूफान (Hurricane) आया था जिससे क्यूबा और अमेरिका में भारी नुकसान देखने को मिला, इसकी वजह से से 50 हजार लोगों को अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. यह हरिकेन तूफान (Storm) मैक्सिको की खाड़ी तक पहुंचने के बाद और ज्यादा तेज हो गया और इसकी हवा की गति 200 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई थी. इसके बाद तूफान अमेरिका के फ्लोरिडा को प्रभावित किया और फि...
एक बार फिर यूरोप (Europe) और अमेरिका (USA) जंगल की आग (Wildfire) की गिरफ्त में आए थे. लेकिन इस बार हालात कुछ ज्यादा ही हानिकारक थे. इस साल लास वेगास के न्यू मैक्सिको सिटी में हजारों लोगों को मई के महीने में भीषण गर्मी और सूखे की वजह से अपने घरों को छोड़ना पड़ा ग्रीष्म लहर की वजह से 121 हजार एकड़ के जंगल को अमेरिका की अभूतपूर्व जंगल की आग (Wildfire) ने प्रभावित किया. वहीं दूसरी ओर यूरोप ...
इस साल भारत (India) में अभूतपूर्व ग्रीष्मलहरों (Heat waves) का सामना किया जिससे कई दशकों के रिकॉर्ड टूट गए. उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में इस साल मार्च और मई के बीच अब तक का सबसे खराब ग्रीष्म लहर का मौसम देखने मिला था. इस साल गर्मी का मौसम भी जल्दी आ गया था और औसत तापमान ने 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. इससे इंसान तो प्रभावित हुए ही, भारत की विविधता भरी जलवायु (Climate) और वन्य जीवन ...
गर्मी के मौसम का प्रकोप (Extreme Heat) केवल भारत और यूरोप में ही नहीं बल्कि भौगोलिक रूप से यूरोपीय जमीन से अलग द्वीपों के रूप में बना ब्रिटेन (United Kingdom) में भी रिकॉर्ड तोड़ गर्मी देखने को मिली. इस साल वहां गर्मी में अधिकतम तापमान (High Temperature) 40.3 डिग्री तापमान देखने को मिला जब कि वहां रहने वाले लोग 25 डिग्री सेल्सियस जैसे तापमान तक को सहन करने के आदि नहीं होते हैं. इसी तरह ...
इस साल के अंत में अमेरिका (USA) को एक बार फिर भीषण मौसम का सामना करना पड़ा. दिसंबर में वहां पूरे देश में गहरी ठंड होने की वजह से बर्फ और ठंडी हवाओं के कारण तूफान आया जिसे बॉम्ब साइक्लोन (Bomb Cyclone) कहा जाता है. इस तूफान में आर्कटिक से हवा निचले अक्षांश की ओर बहती हुई अमेरिका के पास नम और गर्म हवा से मिली और भीषण ठंडे तूफान का रूप ले लिया. इससे यह हुआ कि जहां पूरा अमेरिका पहले ही भीषण...