दक्षिणी चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों की फिटनेस के लिए कदम उठाया है. कंपनी ने नियम है, यदि उसके कर्मचारी एक दिन में 6000 स्टेप्स नहीं चले तो उनका वेतन काट लिया जाएगा. कंपनी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि Guangzhou की फर्म का एक कर्मचारी एक महीने में 1 लाख 80 हजार स्टेप्स से भी कम चला था. जिसके लिए प्रति स्टेप्स के हिसाब से उसके वेतन से 100 युआन काटे थे. ये जानकारी एक लोकल अखबार ने टाइम्स को दी.
कंपनी अपने कर्मचारियों के कुल स्टेप्स को मैसेजिंग एप वीचैट के ज़रिए ही ट्रैक करती है. यूजर्स ने जितने कदम चले होते हैं, वो उसकी डीटेल बाकी दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकता है. (image: South China Morning Post)
एक ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर ने नाम न बताने की शर्त पर टाइम्स को बताया कि उसके वेतन से भी 100 युआन (यूएस $14) कटे थे. क्योंकि वह पिछले महीने मिले 10 हजार स्टेप्स का टारगेट पूरा नहीं कर सका था.
उसी कर्मचारी ने कहा, हम समझते हैं कि पैदल चलने का टास्क फिटनेस के लिए है. लेकिन काम में पहले से ही इतने बिजी हैं कि देर रात तक भी काम करते हैं. वॉकिंग गोल्स को पूरा करने के चलते हम ठीक से सो भी नहीं पा रहे. अब ये भी एक बोझ की तरह बनने लगा है.
कर्मचारी ने कहा, बेशक! प्रतिदिन 6000 स्टेप्स चलना बहुत ज़यादा नहीं है. लेकिन फिर भी मैं एक दिन में सिर्फ 2500 कदम ही चल पाती हूं.
कर्मचारी ने बताया उसके एक सहकर्मी ने एक ऐसे डिवाइस का जुगाड़ कर लिया है, जो स्टेप्स बढ़ाने में मददगार है. जिसमें अपने फोन को shaking device से अटैच कर देते हैं. लेकिन ऐसा वे सिर्फ घर पर ही कर पाते हैं. उसने कहा कि अब उन्हें भी उसी डिवाइस का इस्तेमाल करना पड़ेगा. (image: South China Morning Post)
सोशल मीडिया पर कर्मचारियों की सेहत को लेकर की गई इस पहल के लिए कंपनी की तारीफ की जा रही है. लेकिन वेतन काटने की बात पर कोई भी सहमत नहीं है. कुछ का कहना है कि ये हर व्यक्ति की अपनी आज़ादी है कि वह उतना चलना चाहता है या नहीं. न चलने पर वेतन काटने की बात गलत है.
पैदल चलने को स्टाफ के परफॉर्मेंसे से जोड़ने वाली यही कंपनी पहली नहीं है. ऐसा चीन की एक और कंपनी Weijian Technology भी करती है. वे भी अपने कर्मचारियों से हर दिन 7000 स्टेप्स चलने की मांग करते हैं. इसकी जानकारी पिछले साल Hangzhou Daily ने दी थी.
अमेरिकन मेडिकल स्कूल की डारवर्ड मैगजीन के मुताबिक, एक दिन में 30 मिनट चलना भी दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाता है.