पृथ्वी (Earth) पर जीवन के उद्भव (Evolution of life) और विकास में कई कारकों को योगदान रहा है. अलग अलग जीवों पर विभिन्न कारकों की अलग अलग भूमिका रही है. कहीं अस्तित्व का संघर्ष हावी रहा तो कहीं जलवायु परिवर्तन (Climate Change) पृथ्वी पर मगरमच्छों (Crocodile) का उद्भव और विकास कैसे हुआ वैज्ञानिको के लिए पहेली ही रहा है. क्या इसकी वजह जलवायु ही रही थी या फिर इस प्रक्रिया में महासागरों के जलस्तरों में बदलाव एक बड़ा कारक रहा था. लेकिन नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने इसी पहेली को सुलझाया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
कनाडा की मैक्गिल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने पता लगाया है कि पिछले 30 लाख सालों में जहां बदलते तापमान और बारिश के स्वरूपों का तुलनात्मक रूप से मगरमच्छ (Crocodile) के उद्भव के दौरान उनके जीन के बहाव पर कम असर हुआ लेकिन हिमयुग (Ice Age) के दौरान बदले महासागरों के जलस्तर (Sea level changes) में बदलाव का सबसे ज्यादा असर हुआ था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
मैक्गिल यूनिवर्सिटी में जीनोमिक्स, इवोल्यूशन एंड इकोलॉजी में विशेषज्ञता वाले रिसर्च एसोसिएट और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक जोस एवीला करवेन्टेस ने बताया कि अमेरिकी मगरमच्छ (Crocodile) बहुत ज्यादा तापमान विविधताओं और बारिश को सहन कर सकते हैं. लेकिन करीब 20 हजार साल पहले जब हिम युग (Ice Age) में दुनिया का बहुत सारा पानी जम गया था, जिससे भारी मात्र में बर्फ चादर बन गई थी. महासागरों का जलस्तर (Sea levels) 100 मीटर से ज्यादा गिर गया था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
इससे मगरमच्छों (Crocodile) में पनामा के जरिए जीन का बहाव रुक गया था. वैज्ञानिकों के मुताबिक मगरमच्छ बहुत ही शानदार तैराक हैं, लेकिन वे जमीन पर लंबी दूरी तक नहीं चल पाते हैं. अमेरिकी मगरमच्छों की जलवायु (Climate) सहने वाली क्षमता की तुलना इलाके में पिछले 30 लाख सालों की पुरातन जलवायु के आंकलनों से करने पर विशेषज्ञों ने पाया कि हिम युग (Ice Age) के दौरान कैरेबियन और प्रशांत महासागर के मगरमच्छों की जनसंख्या एक दूसरे से कट गई थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
इसके बाद दोनों में अलग अलग तरह के जीन म्यूटेशन (Gene Mutation) हुए थे. मैक्गिल के बायोलॉजी के प्रोफेसर और इस अध्ययन के वरिष्ठ लेख हैन्स लार्सन ने कहा कि यह पहली बार है कि हिमयुग के प्रभाव को कटिबंधीय प्रजातियों में देखा गया है. आखिरी हिम युग (Ice Age) के ग्लेशिएसन के प्रभावों को आज के समय के प्रशांत और कैरेबियन मगरमच्छों (Crocodile) में खोजना बहुत उत्साहवर्धक है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
जिस तरह से यह खो हुई है कि मगरमच्छों (Crocodile) ने हिमयुग (Ice Age) के दौरान हुए जलवायु बदलावों (Climate Change) को आसान से झेल लिया होगा, बताता है कि भूगर्भीय कालावधियों में वे कितने सहनशील रहे होंगे. केवल इंसानों की शिकार करने और जमीन पर विकास कार्यों की गतिविधियों ने ही मगरमच्छों पर असर डाला है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
इवोल्यूशन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के नतीजों ने इस बात पर नई रोशनी डाली है कि कैसे पर्यावरणीय कारक अनुवांशिकीय विकास (Genetic evolution) को प्रभावित करते हैं. और इससे पनामा के किस हिस्से में मगरमच्छों (Crocodile) की जनसंख्या में संरक्षण (Conservation) उपायों के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
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