पृथ्वी (Earth) पर डायनासोर (Dniosaurs) का बहुत लंबे समय तक राज रहा था. लेकिन इन डायनासोर में विविधता बहुत अधिक रही. इन डायनासोर में से सबसे रोचक और लोकप्रिय डायनासोर प्रजाति कोई रही है तो वह है टायरेनोसॉरस रेक्स या टी-रेक्स (T-Rex) की. हालिया शोध से पता चला है कि डायनासोर के यह अकेली प्रजाति ही अरबों की संख्या में पृथ्वी पर मौजूद रहा करते थे और ऐसी स्थिति लाखों साल तक रही थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
टी रेक्स (T-Rex) डायनासोर (Dinosaurs) की सबसे खतरनाक प्रजाति मानी जाती है. बर्केले की कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी की टीम ने शारीरिक आकार, प्रजनन परिपक्वता और जीव की ऊर्जा आवश्यकताओं की गणना के आधार पर पता लगाया है कि 1,27000 पीढ़ियों तक कितने टी रेक्स ने पृथ्वी (Earth) पर जीवन जिया था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
हाल ही में साइंस जर्नल में प्रकाशित खबर के अनुसार डायनासोर (Dinosaurs) के बारे में पहली बार इस तरह की गणना करने का प्रयास किया गया है. इस अध्ययन के प्रमुख लेखक और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के म्यूजियम ऑफ पेलेयोन्टोलॉजी के निदेशक चार्ल्स मार्शल बताते हैं कि इस संख्या का मतलब बहुत सारे जबड़े और बहुत सारे दांत और पंजे हैं. टी रेक्स (T-Rex) प्रजाति उत्तरी अमेरिका (North America) में 12 से 26 लाख साल पहले घूमा करती थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
किसी भी समय टी रेक्स (T-Rex) का जनसंख्या घनत्व (Population Density) कम नहीं था. अध्ययन का कहना है कि कभी कैलिफोर्निया में 3,800 के करीब टी रेक्स रहे होंगे. इस अध्ययन में भाग लेने वाली मैकालेस्टर कॉलेज की जीवाश्मजीवविज्ञानी क्रिस्टी करी रोजर्स ने बताया कि यह एक बड़ी संख्या थी इसलिए उन्होंने गणनाओं को दोबारा से जांचा जब उन्होंने पाया कि अबतक 2.5 अरब टी रेक्स पृथ्वी (Earth) पर रह चुके हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
मार्शल बताते हैं कि यह आंकलन वैज्ञानिकों को डायनासोर (Dinosaurs) के बारे में यह पता लगाने में मदद करेगा कि वे टीरेक्स (T-Rex) के जीवाश्म के संरक्षण दर पता कर सकें और यह भी के दुनिया अभी उनके बारे में कितना कम जानती है. अभी तक टी रेक्स के 100 जीवाश्म (Fossils) मिले हैं जिनमें से 32 में इतना पदार्थ था कि पता चल सका कि वे व्यस्क हैं. यदि 2.5 अरब की जगह 25 लाख टी रेक्स होते तो शायद हमें पता भी नहीं चलता कि वे कभी होते भी थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
मार्शल की टीम ने जनसंख्या की गणना के लिए जीवविज्ञान के मूल लेकिन सामान्य नियम का उपयोग किया. इस नियम के मुताबिक जितना बड़ा जीव होगा उतनी ही कम घनी उसकी जनसंख्या होगी. इसके बाद उन्होंने इस बात के अनुमान शामिल किए कि मांसाहारी टी रेक्स (T-Rex) को जिंदा रहने के लिए कितनी ऊर्जा (Energy) की जरूरत होगी. यह एक शेर और कोमोडो ड्रैगनके बीच की ऊर्जा थी. ज्यादा ऊर्जा की आवश्कता का मतलब भी कम धनत्व की जनसंख्या (Population Density) था. उन्होंने यह भी पता लगाया कि टीरेक्स प्रजनन क्षमता तक पहुंचने में14 से 17 की उम्र का समय लगाते थे और कुल 28 साल तक जीते थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
जीवों की पीढ़ियों की लंबाई, उनके विचरण के दायरे आदि जैसी अनिश्चितताओं के रहते बर्केले टीम बताती है कि टी-रेक्स (T-Rex) की कुल जनसंख्या (Polulation) कम से कम 14 करोड़ से लेकर ज्यादा से ज्यादा 42 अरब रही होगी, जिसमें बीच की संख्या 2.4 अरब होती है. पर्ड्यू यूनिवर्सटी के जियोलॉजी के प्रोफेसर जेम्स फार्लो कहते हैं कि धरती पर पाए गए अब तक के सबसे विशाल मांसाहरी जीव का विज्ञान बहुत अहम है., लेकिन सच यह है कि यह बहुत रोचक भी है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
'रामायण' सीरियल फेम दीपिका चिखलिया की बेटियां हैं उनकी तरह खूबसूरत, जानें क्या करते हैं पति?
PHOTOS- भारत का पहला ट्रांसमेल प्रेग्नेंट, केरल के ट्रांसजेंडर कपल ने दी खुशखबरी, फोटोशूट में दिखा बेबी बंप
‘दिल टूटा’ फिर शादी टली, IPL-रणजी में रन कूटे, टीम इंडिया में मिली जगह पर द्रविड़ को विश्वास नहीं!
क्या जल्द ही Instagram पर पैसे देकर किसी को भी मिल जाएगा ब्लू टिक? इस नई रिपोर्ट से चर्चा हुई शुरू