The Iceman: विम हॉफ को दुनियाभर में आइसमैन के नाम से जाना जाता है. विम हॉफ ने बिना कपड़ों के नंगे पैर 21 किमी की दूरी को सबसे कम समय में दौड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. वह कहते हैं कि अगर हम अपने डर पर काबू कर लें और मानसिक स्थिति को मजबूत कर लें, तो हमारी जीत हर हाल में होगी. वह कभी बिना कपड़ों के माउंट एवरेस्ट पर झंडा फहराने निकल पड़ते हैं तो कभी बर्फ से भरे टब में बैठकर लोगों को क्रिसमस की बधाई देते हुए नजर आते हैं. विम हॉफ का जन्म 20 अप्रैल 1959 को लिम्बर्ग में हुआ था.
आइमैन के नाम से मशहूर विम हॉफ ने साल 2007 में माउंट एवरेस्ट पर 7,200 मीटर की ऊंचाई तक चढ़ाई पूरी कर ली थी. चढ़ाई के समय हॉफ ने शॉर्ट्स या जूते तक नहीं पहने. इससे हॉफ के पैर जख्मी हो गए. लिहाजा, उन्हें माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई को बीच में ही रोकना पड़ा था. हॉफ के जीवन पर 'what doesn't kill us' नाम की पुस्तक भी लिखी जा चुकी है. (सभी फोटो साभार: Twitter/Wim Hof)
आइसमैन विम हॉफ कहते हैं कि मैं हर दिन जिंदगी के प्यार में पड़ता हूं. मैं दुनिया को बताना चाहता हूं कि इस तरह का प्यार कोई भी हासिल कर सकता है. हम अनमोल हैं, इसलिए हें जिंदगी से प्यार करना चाहिए. साथ ही हमें एकदूसरे से और जो कुछ भी हमारे आसपास घट रहा है, उस सब से प्रेम करना चाहिए. हमें ईश्वर में पूरा विश्वास रखना चाहिए.
विम हॉफ कड़ाके की ठंड में पोलर सर्किल में नंगे बदन और नंगे पैर 21 किमी दौड़ लगाकर रिकॉर्ड बना चुके हैं. हॉफ भयंकर ठंड को भी हंसते हंसते झेलने की क्षमता के लिए पहचाने जाते हैं. बर्फ के नीचे तैरने के लिए भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में विम का नाम दर्ज है.
हॉफ अपने विम हॉफ मेथड के तहत बताते हैं कि लगातार प्रदर्शन, सांस लेने की खास तकनीक और योग व ध्यान के संयोजन से हम ठंड पर काबू पा सकते हैं. विम हॉफ ने 41 साल की उम्र में बर्फ के नीचे तैरने का रिकॉर्ड बनाया था. वहीं, 26 जनवरी 2007 को 2 घंटे 16 मिनट और 34 सेकंड में बर्फ पर सबसे तेज हाफ मैराथन पूरी करने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.
आइसमैन कहते हैं कि आप अपने अंदर बड़े बदलाव करने में हमेशा सक्षम होते हैं. अगर आप अंदर बदलाव कर लेंगे तो बाहरी दुनिया में भी आपके लिए सबकुछ बदल जाएगा. उन्होंने पूरी दुनिया में आइसबाथ चैलेंज की शुरुआत की थी. इसके बाद दुनियाभर में लोगों के आइसबाथ करते हुए वीडियो और फोटोज वायरल हुए थे.
आइसबाथ के वीडियो और फोटोज वायरल होने के बाद हॉफ ने कहा था कि जब मैंने आइसबाथ करना शुरू किया तो मैं अकेला था. आज दुनियाभर में लाखों की संख्या में लोग आइसबाथ कर रहे हैं. आप खुद आइसबाथ करें और अपने चाहने वालों को भी इसका चैलेंज करें. इससे हमारा शरीर जटिल हालात में लड़ने के लिए तैयार होगा.
विम हॉफ कहते हैं कि मेरा दिल ही मेरा गाइड है. मेरी भावनाएं ही मुझे हर जगह लेकर पहुंच जाती हैं. मैंने इन्हीं भावनाओं के जरिये खुद को दशकों तक प्रशिक्षित किया है. मैंने सांसों का अभ्यास किया और कड़ाके की ठंड में खुद को प्रशिक्षित किया. इससे मैं अपने दिमाग के उस सबसे गहरे स्थान तक पहुंचा, जो सामान्य तौर पर अछूता था. मैंने कष्टों से लड़ना सीखा. (फोटो साभार: Wikipedia)