हाल में पूरा देश मशहूर व्यावसायी साइरस मिस्त्री की मर्सीडीज कार दुर्घटना में उनकी मृत्यु की खबर से चौंक गए. जब हादसा हुआ तब उनकी कार की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है. भारत में कुछ एक्सप्रेस वे पर कार की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है लेकिन ज्यादातर एक्सप्रेस वे पर अब भी कारों की अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा है. जबकि राष्ट्रीय राजमार्गों में गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा है जबकि शहरी इलाकों में कार और वाहनों की गति 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक रखी जा सकती है.
हालांकि कुछ समय पहले सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक कान्क्लेव में कहा था कि वह चाहते हैं कि भारत में ऐसे एक्सप्रेस वे बनें जहां कारें 140 किमी की स्पीड से दौड़ सकें. वह चार लेन वाले नेशनल हाईवे पर भी स्पीड 100 किमी तक रखने के पक्ष में दिखे. लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि हमारे देश में फिलहाल अदालतों के निर्देश और कानूनों के चलते फिलहाल हम स्पीड को नहीं बढ़ा सकते. वैसे ये नहीं भूलना चाहिए कि भारत उन देशों में शामिल है जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. रोज बड़ी संख्या में सड़क हादसों में लोगों की जान जाती है तो लोग चोटग्रस्त होते हैं. आइए जानते हैं कि किस देश में कार स्पीड की कोई सीमा ही नहीं है और कहां कितनी स्पीड लिमिट है.
जर्मनी में जर्मन आटोबान नामके स्पीड वे पर कारों की स्पीड पर कोई रोकथाम नहीं है. ये ऐसी सड़क है, जिस पर आप कितनी भी स्पीड में कार दौड़ा सकते हैं. इस सड़क पर तेज हवाएं चलती हैं लेकिन इस पर जहां कहीं नीले साइनबोर्ड लगे हैं वहां कार की स्पीड को 130 किलोमीटर प्रति घंटे पर सीमित करना होता है. वैसे जर्मनी की अन्य एक्सप्रेस वे या नेशनल हाईवे पर कार की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा से आगे नहीं ले जा सकते. शहरी और ग्रामीण इलाकों में भी स्पीड के नियम हैं, वहां गति को और धीमा रखना पड़ना है.
आस्ट्रेलिया के उत्तरी इलाकों में कुछ समय पहले तक नेशनल हाईवे और स्पीड सड़कों पर कोई स्पीड लिमिट नहीं थी लेकिन बाद में डॉक्टरों, नर्स, सर्जन और पुलिस की सलाह पर इसे 130 किमी घंटा कर दिया गया. क्योंकि सड़क हादसे ज्यादा होने लगे थे. हालांकि आस्ट्रेलिया के दूसरे इलाकों में जहां कहीं नेशनल वे या एक्सप्रेस वे हैं, वहां वाहनों की अधिकतम गति 130 किमी तक रहती है लेकिन शहरी और ग्रामीण इलाकों में गति काफी कम हो जाती है.
बुल्गारिया में सड़कें काफी बिजी रहती हैं. ऐसे में इन सड़कों के साथ कुछ फास्ट रोड भी हैं, जिसमें आप वाहन को तेज गति से दौड़ा सकते हैं. ये सीमा 120 किमी घंटा होती है. कुछ जगहों पर कानूनी तौर पर वाहनों की गति 130 से 140 किमी प्रति घंटा तक ले जाने की भी इजाजत है. कुछ ऐसा पोलैंड और आस्ट्रिया में भी है, जहां कार की अधिकतम स्पीड 130 किमी घंटा तक जा सकती है.
फ्रांस में सड़कें बहुत अच्छी हैं. ये इस तरह से बनी हैं कि इन पर गति काफी तेज रखी जा सकती है. लेकिन आमतौर पर ये गति सीमा 130 किमी है. इनमें सड़क हादसे भी खूब होते हैं. नियमों में बदलाव की मांग भी होती रही है. हालांकि यहां पर अलग गति सीमा की अलग सड़कें भी हैं, जहां स्पीड लिमिट 80-90 किमी घंटा होती है.
यूरोपीय देश लक्समबर्ग में कारों की स्पीड लिमिट 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक है लेकिन ऐसे रास्ते गिने चुने ही हैं. खासकर देश के 06 एक्सप्रेस वे, जो पड़ोसी देशों को जोड़ते हैं,वहां ही कारों को इस स्पीड में भगा सकते हैं. बारिश में आप किसी भी हाल में कार की स्पीड को 110 किमी से ऊपर नहीं ले जा सकते. देश के अंदर के नेशनल हाईवे पर स्पीड लिमिट 90 किमी ही है तो शहरी आबादी वाले इलाकों में 50 किमी प्रति घंटा.
आमतौर पर लोगों को लगता होगा कि अमेरिका में सड़कें लंबी चौड़ी होती हैं. यहां कार की स्पीड खासी ज्यादा रखी जा सकती होगी, लेकिन ऐसा नहीं है. यहां नवादा और टैक्सस में कार की अधिकतम स्पीड 120 किमी घंटा तक ही रख सकते हैं. हालांकि यहां रास्ते ऐसे बनते हैं जो किसी भी स्पीड के साथ एडजस्ट कर सकते हैं. अमेरिका भी ऐसा देश है, जहां सड़क हादसे खूब होते हैं.
स्वीडन की सड़के खूबसूरत हैं और काफी अच्छी तरह से बनी हुई भी. जहां सड़कों की डिजाइन इस तरह हुई है कि कम से कम सड़क हादसे हों और वाकई यहां दुनिया के किसी भी देश की तुलना में सड़क दुर्घटनाएं बहुत कम होती हैं तो उनमें मरने वालों की संख्या भी बहुत कम. हालांकि यहां पर अधिकतम स्पीड लिमिट कुछ सड़कों पर 120 किमी प्रति घंटा तक रहती है, इससे ज्यादा नहीं.
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