नासा (NASA) ने पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) को मंगल ग्रह (Mars) पर उतार कर एक एतिहासिक कदम बढ़ाया है. मार्स 2020 अभियान (Mars Mission 2020) के तहत नासा ने यह रोवर मंगल ग्रह के कुछ खास अध्ययन के लिए भेजा है. नासा इससे पहले भी मंगल पर रोवर भेज चुका है. लेकिन इस बार यह रोवर ना केवल उन्नत तकनीकी वाला है, बल्कि वह मंगल पर कई अभूतपूर्व काम भी करेगा. नासा ने हाल ही में हुई इस रोवर की लैंडिंग और उसके बाद की तस्वीरें जारी की है. . (तस्वीर: Twitter NASA)
नासा (NASA) के पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) के नेवीगेशन कैमरा यानी नैवकैम्स (Navcams) रोवर के डेक की यह तस्वीर 20 फरवरी को ली थी. इस तस्वीर में नासा के प्लैनेटरी इंस्ट्रयूमेंट फॉर एक्स रे लिथोकैमिस्ट्री जासे पिक्सएल ( PIXL) भी कहते हैं, दिखाई दे रहा है. यह रोवर की भुजा में लगा एक उपकरण है जो मंगल पर भूगर्भीय अध्ययन करेगा. इस उपकरण में एक कैमरा है जो चट्टानों और मिट्टी की तस्वीरें भी लेगा जो नमक के दाने जितने छोटे कण भी देख सकता है. इससे वैज्ञानिकों को मंगल पर पिछले सूक्ष्मजीवन की जानकारी मिल सकेगी. (तस्वीर: NASA/JPL-Caltech)
पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) की पहली तस्वीर उसकी मंगल ग्रह (Mars) पर लैंडिंग की है जिसे नासा (NASA) के ही हाई रिसोल्यूशन इमेजिंग एक्पेरिमेंट (HiRISE) कैमरे से ली गई है. यह कैमरा नासा के ही मार्स रेकोनायसेंस ऑर्बिटर (MRO) से ली गई है. यह तस्वीर उस समय की है जब पर्सिवियरेंस रोवर पैराशूट (Parachute) की सहायता से मंगल की जमीन पर उतर रहा था. यह तस्वीर एक विशाल तस्वीर का नजदीकी हिस्सा है जो नासा ने जारी किया है. यह लैंडिंग अभियान के सबसे मुश्किल चरण के तौर पर देखी जा रही थी. (तस्वीर: NASA/JPL-Caltech/University of Arizona)
यह नासा (NASA) की पहली हाई रिजोल्यूशन तस्वीर है, यह तस्वीर नासा का हजार्ड कैमरा (Hazard Camera) से ली गई है जो पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) के नीचे की तरफ लगा है. वैसे तो इस तस्वीर को 18 फरवरी को ही लिया गया था, लेकिन नासा (NASA) ने इस 23 फरवरी के दिन की तस्वीर (Image of the day) के तौर पर जारी किया है. तस्वीर में मंगल का जजीरो क्रेटर (Jezero Crater) साफ दिखाई दे रहा है. रोवर के कैमरों को मंगल की तस्वीरें लेने के लिए खास तौर पर अलग अलग जगहों पर फिट किया गया है. (तस्वीर: NASA/JPL-Caltech)
पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) की लैंडिंग के बाद की तस्वीर भी खास है. यह तस्वीर भी MRO के हाइराइज HiRISE कैमरे से ली गई है. यह तस्वीर लैंडिंग के एक दिन बाद, यानि 19 फरवरी को ली गई थी. यह लैंडिंग के बाद पर्सिवियरेंस रोवर की पहली तस्वीर है. इसमें अभियान के रोवर सहित सभी हिस्से दिखाई दे रहे हैं जिसमें अन्य हिस्सों के अलावा रोवर, पैराशूट, लैंडर, लैंडिंग की सटीक जगह भी दिखाई गई है. (तस्वीर: NASA/JPL-Caltech/University of Arizona)
मास्टकैम जेड (Mastcam-Z) एक खास कैमरे का जोड़ा है जो पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover ) में लगा है. इस तस्वीर में कैमरे को मंगल (Mars) पर पहुंचने के बाद पहली बार इस्तेमाल किया रहा है जिसे वैज्ञानिक कैमरे के रंग और उसकी अन्य सैंटिग के लिए मार्कर के तौर पर प्रयोग करेंगे. मास्टकैम कैलिफोर्निया के सैन डियागो में मालिन स्पेस साइंस सिस्टम ने बनाया है और इसे टम्पे में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी संचालित करेगी. (तस्वीर: NASA/JPL-Caltech/MSSS/ASU)
यह तस्वीर 20 फरवरी को नासा (NASA) के पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) के नेवीगेशन कैमरा यानी नैवकैम्स (Navcams) से ली गईं है. इसे छह अलग-अलग तस्वीरों को जोड़ कर बनाया गया है.इसके बाद ये पृथ्वी तक भेजी गई हैं. नासा की दक्षिण कैलिफोर्निया की जेट प्रपल्शन लैबोटरी ने इसे बनाया है और वही इसका संचालन भी कर रही है. (तस्वीर: NASA/JPL-Caltech)