हेल्थ रिस्क जैसे हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, पीने के लिए साफ पानी की उपलब्धता, औसत उम्र और मौत की वजहों के आधार पर लगातार देखा जा रहा है कि कौन से देश सबसे स्वस्थ हैं और उनके सेहतमंद होने की कौन सी वजहें कॉमन हैं. सेहत पर शोध करने वाली तमाम संस्थाओं का मानना है कि इससे वैश्विक स्तर पर अच्छी हेल्थ को बरकरार रख पाना आसान हो सकेगा. हेल्थ और फिटनेस पर शोध करने वाली एक संस्था health fitness revolution जिसके फाउंडर Samir Becic जानेमाने हेल्थ एंड फिटनेस एक्सपर्ट हैं, ने दुनिया के सबसे सेहतमंद देशों पर स्टडी की. इसमें पहले 50 देशों को लिया गया, जिसमें से अलग-अलग आधार पर छंटनी करते हुए 10 देश चुने गए जो सबसे ज्यादा हेल्दी माने जा सकते हैं.
मोनैको- पश्चिमी यूरोप का ये छोटा सा देश सेहत के मामले में नंबर 1 है. यहां पर लगभग सभी परिवारों के लिए अलग से डाइट तय होती है जो उनके सदस्यों की शारीरिक-मानसिक जरूरतों के मद्देनजर होती है. ये देश मेडिटरेनियन डाइट (Mediterranean diet) पर निर्भर है, जिसमें मछली, सीफूड, ऑलिव, सब्जियां और फल शामिल हैं. मेडिटरेनियन डाइट साल 1960 में दिल की बढ़ती बीमारियों को ध्यान में रखकर शुरू हुई थी, जिसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई. अब यूरोप के कई देश इसे लेते हैं. यहां पर bigger is better का विपरीत कंसेप्ट है यानी यहां रुक-रुककर छोटे-छोटे हिस्सों में खाना खाया जाता है. खेलकूद यहां की संस्कृति है, इस वजह से भी यहां की औसत आयु सबसे ज्यादा 89.63 प्रतिशत है.
जापान- इस देश का खाना healthiest माना जाता है. दूसरे विकसित देशों से अलग यहां के लोग बाहर खाना कम ही पसंद करते हैं. यहां अधिकतर लोग घर पर भाप में पका खाना या ग्रिल्ड फूड लेते हैं. बैठकर आराम से खाना खाना और खूब पैदल चलना भी यहां के लोगों की सेहत का राज है. यहां पर साल 2005 में शुकु आईकु नियम लागू हुआ. शुकु का मतलब खाना, खाने की आदत और आईकु का अर्थ है बौद्धिक, नैतिक और शारीरिक एजुकेशन. इस नियम के तहत बच्चों में अच्छे खाने और सीखने की आदत को बढ़ावा दिया जाता है. WHO के अनुसार जापानी कंपनियों में साल में एक बार तमाम कर्मचारियों को अपनी कमर की नाप देनी होती है. जिनकी नाप ज्यादा होती है, उन्हें कंपनी कसरत के लिए अलग से वक्त और वेतन देती है. या खुद ही इंतजाम करती है.
सिंगापुर- 84.07 औसत उम्र के साथ सिंगापुर तीसरे नंबर पर है. इस देश में हर चीज ऑर्गेनाइज्ड है, जिसके तहत सफाई और स्वच्छता का खास ध्यान रखा जाता है. यहां की सरकार ने पब्लिक प्लेसों की सफाई बनाए रखने के लिए कड़े कायदे बना रखे हैं. हाइजीन के साथ यहां हेल्थ पर खास फोकस है. कई देशों के लोग यहां रहते हैं और हर देश की बेस्ट हेल्दी डाइट यहां के लोगों ने अपना रखी है. हालांकि मल्टी-एथनिक होने की वजह से खाने पर चर्चा यहां के लोगों का पसंदीदा शगल है.
स्पेन- 83.12 प्रतिशत औसत आयु के साथ ये देश चौथे नंबर का सबसे स्वस्थ देश माना जा सकता है. यहां पर एक खास किस्म का स्नैक या एपेटाइजर मिलता है जिसे Tapas कहते हैं. ये छोटा मील होता है, जिसका एक मतलब ये भी है कि खाने पर कंट्रोल जीवन का हिस्सा है. आमतौर पर स्पेनिश लोग टुकड़ों-टुकड़ों में थोड़ा-थोड़ा खाते हैं. इसके अलावा खाने के बाद दोपहर का सोना जिसे siesta कहते हैं, भी हर स्पेनिश के लिए जरूरी है. माना जाता है कि इससे तनाव कम होता है और रात में कम सोने का मौका मिले तो उसकी भरपाई हो जाती है.
ग्रीस- यहां की औसत आयु 82.98 प्रतिशत है. यहां भी मेडिटरेनियन डाइट को ही तवज्जो दी जाती है, जिसमें खाने में ऑलिव ऑयल, ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें और फिश शामिल हैं. साथ ही स्पोर्ट एक्टिविटी यहां हर उम्र और जेंडर के लिए निर्धारित है. स्विमिंग इसमें कॉमन स्पोर्ट है. याद करें कि ओलंपिक की शुरुआत इसी देश से मानी जाती है यानी यहां खेलों को लेकर काफी जागरूकता है.
एंडोरा- ये छोटा सा देश फ्रांस और स्पेन के बीच की पहाड़ियों पर बसा है. यहां पर दोनों ही देशों की मिलीजुली संस्कृति है. डाइट के मामले में भी इसने दोनों देशों का घुलामिला फॉर्म अपनाया है. मेडिटरेनियन डाइट और तगड़ी कसरत की वजह से यहां के लोगों की औसत आयु 82.58 प्रतिशत है. यहां सर्दियों में स्कीइंग और गर्मियों में हाइकिंग अर्थव्यवस्था का मुख्य हिस्सा है.
स्विटरजरलैंड- अपने प्राकृतिक सौंदर्य और झीलों के लिए ख्यात इस देश में औसत आयु का प्रतिशत है 82.28. ये सातवें नंबर पर है. यहां के लोग इतने सेहतमंद हैं क्योंकि वे पहाड़ चढ़ते हैं ताकि अपने घर पहुंच सकें. यानी ज्यादातर स्विस घर पहाड़ियों या ऊंचाई पर बने हैं. यहां के अधिकतर खेल पहाड़ों के इर्दगिर्द सिमटे हुए हैं जैसे सर्दियों में स्कीइंग तो गर्मियों में क्लाइंबिंग. अमेरिका में बर्फबारी के दौरान पहाड़ सुनसान हो जाते हैं, वहीं ये देश पूरे सालभर अपनी पहाड़ियों का इस्तेमाल करता है.
ऑस्ट्रेलिया- यहां की औसत आयु 81.98 प्रतिशत है. चूंकि ये देश समुद्र के पास है, यहां पर फल-सब्जियों-अनाज का आयात काफी मुश्किल है. ऐसे में ऑस्ट्रेलियन लोगों ने अपने ही देश में उपज रहे प्लांट बेस्ड खाने को अपनी मुख्य डाइट बना डाला. इसके अलावा यहां पर खेलकूद कल्चर में शामिल है. ज्यादातर ऑस्ट्रेलियन्स तैराकी, रग्बी, हाइकिंग, बाइकिंग और चलने जैसी एक्सरसाइज रोजाना करते हैं. इससे वजन भी कंट्रोल रहता है और कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का डर घट जाता है.
इटली- यहां के लोगों की औसत उम्र 81.95 प्रतिशत है. यहां Mediterranean diet को तवज्जो दी जाती है जो कि दिल की सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें ऑलिव ऑयल के साथ वे सारी चीजें खाने में शामिल होती हैं, जो ओमेगा-3 से भरपूर हैं. ये प्लांट बेस्ड डाइट लेना पसंद करते हैं और रेड मीट की संतुलित खुराक ही लेते हैं.
फ्रांस- 81.56 प्रतिशत औसत आयु के आधार पर इसे 10वें नंबर का सेहतमंद देश माना जा सकता है. फ्रांस की डाइट वैसे भी लंबे समय से हेल्दी डाइट का मॉडल रही है. इस देश के लोग किश्तों में भोजन करते हैं और बैलेंस्ड डाइट लेते हैं. इसमें हरी सब्जियों और फलों के साथ टमाटर और ऑलिव जैसी चीजें खूब खाई जाती हैं. लगभग सारे यूरोपीय देशों की तरह फ्रांस में भी पैदल चलने का कल्चर है, यहां 15 साल से बड़ी उम्र तक के लोग रोज लगभग 5 से 6 किलोमीटर वॉक करते ही हैं, चाहे वो दफ्तर के लिए हो या फिर स्कूल या यूनिवर्सिटी के लिए.
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