से अमेरिका (USA) के केंचुकी में टोरनेडो (Tornedo) ने कोहराम मचाया हुआ है. 200 किलोमीटर के दायरों में आए इन तूफानों में करीब 200 लोग मारे गए. इन टोरेनेडो ने अपने सामने आने वाली हर चीज को तहस नहस कर दिया. इस घटना ने एक बार फिर टोरनेडो को चर्चा में ला दिया है. इस घटना का विनाशकारी रूप इतना भयावह था कि अधिकारियों तक ने कह दिया है कि मलबे में ये शायद ही कोई व्यक्ति जीवित बचा होगा. टोरनेडो प्रायः अमेरिका में देखने वाली आम किस्म की विनाशकारी मौसमी तूफान (Strom) होती हैं. लेकिन ये दुनिया के बहुत से तूफानों से अलग भी होते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस (National Weather Services) के अनुसार, वैसे तो टोरनेडो (Tornedo) दुनिया में कभी आ सकते हैं, लेकिन अमेरिका (USA) में ये सबसे ज्यादा संख्या में आते हैं. अमेरिका में ही सबसे ज्यादा टोरनेडो कांसस, ओकलाहोमा, टेक्सास जैसे मैदानी इलाकों में ज्यादा आते हैं,लेकिन इसका बाद भी वे रॉकी पर्वत शृंखला वाले क्षेत्रओं में काफी आम हैं. वैज्ञानिक भी तक सटीक रूप यह पता नहीं लगा सके हैं कि ये शक्तिशाली तूफान किस तरह बनते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
अमेरिका की नेशनल ओसियानिक एंड एटमॉस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) का हिस्सा नेशनल स्ट्रॉम लैबोरेटरी के अनुसार बहुत से टोरेनेडो (Tornedo) रहस्य ही रह जाते हैं. वे कम होते हैं, घातक होने के साथ उनका पूर्वानुमान लगाना मुश्किल होते हैं और वे हर साल करोड़ों खरबों की सम्पत्ति का नुकसान कर सकते हैं. नोआ के अनुसार अभी तक जितना पता है उसके अनुसार टोरेनेडो आंधीतूफान (Thunderstorms) से बनते हैं जिसमें ऊपर उठने वाली हवा का प्रवाह बनता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: PREMIO STOCK / Shutterstock)
NOAA का कहना है क तूफान (Storm) के अंदर एक बहुत ही शक्तिशाल ऊपर की उठने वाली हवा एक क्षैतिज घूमने वाला हवा का बेलन बनाती है. ऊपर उठने वाली हवा घूमने वाले बेलन को उठा देती है. हवा का यह बेलन नीचे पतला होता है, और उपर की ओर चौड़ा होकर खिंचने के साथ बहुत तेजी से घूमने लगाता जिसे टोरनेडो (Tornedo) कहते हैं. एनडब्लूयएस के कहना है कि टोरनेडो बहुत तेजी से विकसित होते हैं और गायब भी तेजी से हो सकते हैं. अधिकांश तो केवल 15 मिनट तक ही टिके रह पाते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
टोरनेडो (Tornedo ) अपनी विनाशकारी प्रवृत्ति के लिए बहुत मशहूर हैं. NWS के मुताबिक प्रकृति के अधिकांश टोरनेडो प्रचंड तूफान (Storms) होते हैं जिसमें हवा 500 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बहती है. वे अपने आसपास के 50 मील लंबे और एक मील चौड़े रास्ते में आने वाली हर चीज को तहस नहस कर देते हैं. 11 दिसंबर को आए केंचुकी विनाशाकारी तूफान जमीन पर 227 मील तक रहा था जो एक नया रिकॉर्ड बन जाएगा जिसकी पुष्टि होना बाकी है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
NOAA का कहना है कि टोरनेडो (Tornedo) की वजह से अमेरिका (USA) में हर साल 50 जानें चली जाती है. हालिया इतिहास के 2011 के वसंत में बहुत ही विनाशकारी टोरनेडो देखने को मिले थे जिसमें 580 से ज्यादा लोगों ने अप्रैल और जून में अपनी जान गंवा दी थी. अनुमान लगाया गया है कि उनसे 21 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था. जब भी कोई टोरनेडो गुजरता है, वैज्ञानिक उसकी शक्ति का आंकलन हवा की गति और होने वाले नुकसान से करते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
वैज्ञानिकों का मानना है कि टोरनेडो (Tornedo) को बनाने वाले हालात का संबंध कहीं ना कहीं जलवायु परिवर्तन (Climate Change) से भी है. इस बार के टोरनेडो के बनने के पीछे असामान्य रूप से गर्म तापमान औ र ला नीना से सबंधित पूर्व से आए एक तूफान के सिस्टम से हैं. इन्हीं की वजह से विनाशाकारी टोरनेडो बनने के लिए जरूरी स्थितियां बनीं थी. दिसंबर में ऐसे टोरनेडो बनाना बहुत असामान्य हैं क्योंकि उनके लिए गर्म मौसम (Hot Weather) बहुत जरूरी होता है. लेकिन मौसम विज्ञानी अभी दावा करने की स्थिति में नहीं हैं कि इसके पीछे जलवायु परिवर्तन ही है. . (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
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