अमेरिका के फ्लोरिडा में शुक्रवार को एक अजीब हादसा हुआ. एक बोइंग 737 कॉमर्शियल जेट विमान लैंडिंग के वक्त रनवे से फिसलकर सेंट जॉन नदी में जा गिरा. नेवल एयर स्टेशन जैक्सनविले के एक प्रवक्ता ने बताया कि उस वक्त विमान में 136 लोग मौजूद थे. हालांकि इस हादसे में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. लेकिन इससे बोइंग के विमानों पर फिर से सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.
करीब डेढ़ महीने पहले दुनिया भर के विमानन क्षेत्र में तब खलबली मच गई, जब भारत समेत दुनिया के 45 देशों ने बोइंग 737 मैक्स 8 विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी. इन देशों में यूरोप के 28 देश थे. इसके अलावा इसमें चीन, ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीन, इंडोनेशिया, इथोपिया, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, सिंगापुर, वितयनाम, ओमान, मोरक्को, मंगोलिया और दक्षिण कोरिया जैसे देश भी शामिल थे.
इस रोक के बाद अब तक 40% मैक्स विमान रनवे पर खड़े कर दिए गए थे. ऐसा इथोपिया में 10 मार्च को हुए एक विमान हादसे के बाद किया गया था, जिसमें विमान सवार सारे 157 यात्रियों की मौत हो गई थी. इस दौरान केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा दो ऐसे बड़े देश थे, जो उस वक्त बोइंग के इस विमान के प्रयोग की अनुमति दे रहे थे. इतना ही नहीं भारत ने अपनी हवाई सीमा में इम विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी थी.
इथोपिया में हुई दुर्घटना, बोइंग 737 मैक्स 8 से हुई दुर्घटनाओं में दूसरी बड़ी दुर्घटना थी. इससे पहले 28 अक्टूबर, 2018 को इंडोनेशिया में इस विमान की पहली बड़ी दुर्घटना हुई थी. जिसमें सभी 189 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए थे. जब इंडोनेशिया से उड़ा यह जहाज जावा सागर में दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर पड़ा था.
तब बताया गया था कि बोइंग मैक्स विमानों में हो रही दुर्घटनाओं का कारण इसके सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी है. जिसके चलते विमान अपने आप आगे की ओर झुक जाता है और दुर्घटना का शिकार हो जाता है. इथोपिया और इंडोनेशिया दोनों ही जगहों पर यह विमान मुंह के बल गिरा था.
तब बोइंग पर लगाए गए 40 देशों के प्रतिबंध से भारत की दो एयरलाइनें स्पाइसजेट और जेट एयरवेज प्रभावित हुई थीं. स्पाइसजेट ऐसे 12 विमानों और जेट एयरवेज, ऐसे 5 विमानों का संचालन करता है. इसके बाद जेट एयरवेज की कीमतों में 4 से 5% की गिरावट भी आई थी. हालांकि बोइंग से शेयर फिर से अपनी रफ्तार पाने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन कंपनी के विमानों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
बोइंग के यात्री विमानों का दशकों से दबदबा है. ये विमान सबसे किफायती और बेहतर माने जाते हैं. कंपनी के पास अभी 4,661 विमानों के ऑर्डर भी हैं. हालांकि ऐसे हादसों के चलते बोइंग विमानों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं.
मार्च में हुए क्रैश के बाद इथोपिया को अपने 777 एक्स मॉडल की लॉन्चिंग भी रोकनी पड़ी थी. यह विमान मैक्स 8 से भी बड़ा है. 777 एक्स की डिलिवरी 2020 में होनी थी.
चीनी कंपनियां बोइंग 737 मैक्स 8 की सबसे बड़ी कंज्यूमर थीं. यह देश इसके 97 मॉडलों का इस्तेमाल कर रहा था. एयर चाइना, चाइना ईस्टर्न और चाइना सदर्न के बेड़े का यह विमान हिस्सा है. तीनों ही कंपनियों ने मैक्स विमानों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी.
इंडोनेशिया की विमानन कंपनियों में गरूड़ इंडोनेशिया को सरकार से बोइंग मैक्स-8 का इभी इस्तेमाल नहीं करने के निर्देश दिए थे.
दुनिया में सबसे ज्यादा यूज होने वाली एयरलाइन है. बोइंग 737 मॉडल के 10 हजार प्लेन दुनियाभर में इस्तेमाल किए जा रहे हैं. वहीं एयरबस के A320 मॉडल के 8000 से ज्यादा विमान दुनियाभर में इस्तेमाल हो रहे हैं. बोइंग का 737 मैक्स 8 सबसे ज्यादा बिकने वाला पैसेंजर एयरक्राफ्ट है. कंपनी ने 2017 में इसे लॉन्च किया था. यह 50 साल पुराने बोइंग 737 का नया वर्जन है.