पढ़िए ऐसे इंसान की कहानी जो सेक्स डॉल के साथ इतना 'अक्रामक' हो गया कि वो टूट गई.
दुनियाभर के लोग अकेलेपन से जूझ रहे हैं. खुद को एकाकी महसूस करने वाले लोगों के लिए रोबोट डॉल्स बनाई गई हैं. कई सेक्स डॉल्स में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का इस्तेमाल भी किया गया है. वे अपने मालिक से बात भी करती हैं और प्यार भी करती हैं.
मार्केट में सेक्स डॉल के काफी चर्चे हैं. इन्हें बनाने वाली कंपनियों का दावा है कि इस आविष्कार के बाद लोगों को अपनी सेक्स डिजायर पूरी करने के लिए वाइफ या गर्लफ्रेंड की जरूरत नहीं होगी.
हाल ही में 50 साल के जॉर्ज (काल्पनिक नाम) ने लगभग 7 लाख की सेक्स डॉल के साथ संबंध बनाते समय इतने 'अक्रामक' हो गए कि डॉल ही टूट गई.
जॉर्ज की मानें तो वो उस सेक्स डॉल से तालमेल नहीं बिठा पाए, जिससे सेक्स डॉल की प्रोग्रामिंग बिगड़ गई.
एक सेक्स डॉल कंपनी के सीइओ मैट मैकमुलेन (Matt McMullen) का कहना है कि ये डॉल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करती है.
सेक्स डॉल्स बातें भी करती हैं. ग्राहकों को सप्लाई करने से पहले कई स्टेज में इनकी टेस्टिंग होती है.
सेक्स डॉल्स की बढ़ती मांग के कारण यह इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है. चीन, सेक्स डॉल्स बनाने में सबसे आगे है.