क्रिसमस के त्योहार पर तो हर साल सांता क्लॉस बच्चों और लोगों को तोहफे बांटता ही है लेकिन पिछले 66 सालों से अमरीकी रक्षा विभाग भी जरूरतमंदों के लिए सांता क्लॉस ही बने हुए हैं. जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अमेरिकी रक्षा विभाग ने इसे ऑपरेशन क्रिसमस ड्रॉप नाम दिया हुआ है.
आइए जानते हैं अमरीकी रक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन क्रिसमस ड्रॉप के बारे में विस्तार से.
अमेरिकी रक्षा विभाग पिछले 66 सालों से लगातार प्रशांत महासागर के कई द्वीपों पर C-21 सुपर हरक्यूलिस जेट से गिफ्ट्स नीचे फेंकते हैं.
इन गिफ्ट पैक में अमूमन खाने पीने का सामान, मिठाई, टॉफ़ी, जूते और कपड़े भी होते हैं. बता दें कि, इस अभियान की शुरुआत हुई 1952 के क्रिसमस पर.
इस दिन गुआम से एंडरसन एयरफोर्स बेस से B-29 बॉम्बर विमान के पायलट एक ख़ास मिशन पर निकले थे. लेकिन बीच रास्ते में ही पड़ने वाले अग्रिगन द्वीप पर कुछ लोग मदद के लिए हवा में हाथ लहराते दिखे.
इसपर पायलट ने तत्काल मदद के तौर पर विमान में जितना भी सामान हो सकता था, उसकी एक पोटली बनाकर पैराशूट से नीचे की तरफ छोड़ दिया.
जानकारी के मुताबिक़, जब जरूरतमंद लोगों ने आसमान से कुछ सामान गिरता देखा तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना न रहा और वो चीख-चिल्लाकर अपनी ख़ुशी का इजहार करने लगे.
तब से हर साल क्रिसमस पर ऐसा होता आ रहा है. इन गिफ्ट्स के लिए गुआम के व्यापारी और स्थानीय लोग चंदा जुटाते हैं.