वर्ष 2022 के साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयनित साहित्यकारों को शनिवार, 11 मार्च को सम्मानित किया गया. नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में चुने गए साहित्यकारों को सम्मानित किया गया.
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष माधव कौशिक ने की. कार्यक्रम का समापन वक्तव्य नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा ने दिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंग्रेजी लेखक और विद्वान उपमन्यु चटर्जी थे.
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 वितरण समारोह को संबोधित करते हुए साहित्य अकादेमी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष माधव कौशिक ने कहा कि साहित्य अकादेमी का यह मंच विविधता में एकता देखने का सबसे बड़ा उदाहरण है क्योंकि यहां हम उन्हें एकसाथ भारतीय साहित्य की एकात्मकता के रूप में देख सकते हैं.
हिंदी भाषा में कवि बद्री नारायण को साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया. बद्री नारायण को उनके कविता संग्रह 'तुमड़ी के शब्द' के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 फारूक फयाज उर्फ फारूक अहमद को प्रदान किया गया. फारूक अहमद को उनके साहित्यिक समालोचना "ज़ायल डब" के लिए प्रदान किया गया.
अंग्रेजी भाषा के लिए वर्ष 2022 का साहित्य अकादेमी पुरस्कार अनुराधा रॉय को दिया गया. अनुराधा रॉय को उनके उपन्यास "ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड" के लिए उन्होंने यह सम्मान प्रदान किया गया.
गुलाम मोहम्मद शेख को गुजराती भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया. गुलाम मोहम्मद शेख को उनके आत्मकथात्मक निबंध "घेर जतां" के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया.
बोडो भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार रश्मि चौधरी को दिया गया है. रश्मि चौधरी को उनके कविता संग्रह "सानस्रिनि मदिरा" के लिए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया.