बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लोगों के मन की बात पर्ची पर लिखने को लेकर इन दिनों में काफी चर्चा में हैं. धीरेंद्र शस्त्री के कथित चमत्कार को चुनौती भी दी जा चुकी है. साथ ही जादू-टोना और अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए धीरेंद्र शास्त्री पर मामला दर्ज करने की भी मांग की जा चुकी है. हालांकि, इस मामले में उनको क्लीन चिट दी जा चुकी है. रामभद्राचार्य ने अपने शिष्य धीरेंद्र शास्त्री का सार्वजनिक तौर पर बचाव कर चुके हैं. अब सवाल उठता है कि पद्म विभूषण रामभद्राचार्य कौन हैं? (न्यूज 18 हिन्दी ग्राफिक्स)
जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य चित्रकूट स्थित तुलसी पीठ के संस्थापक हैं. वह महज 2 महीने की आयु से ही दृष्टिहीन हैं. उन्होंने रामकथा वाचक के तौर पर काफी लोकप्रियता हासिल की है. छोटी उम्र से ही दृष्टिहीन होने के बावजूद रामभद्राचार्य अब तक 80 ग्रंथों की रचना कर चुके हैं. इसके अलावा रामभद्राचार्य 22 भाषाओं के जानकार भी हैं. शारीरिक असमर्थता को उन्होंने अपनी प्रतिभा के आड़े कभी नहीं आने दिया. (न्यूज 18 हिन्दी)
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य के शिष्य हैं. धीरेंद्र शास्त्री जबसे चर्चित हुए हैं, तब से ही उनका नाता विवादों से जुड़ गया है. विवाद बढ़ने पर रामभद्राचार्य ने धीरेंद्र शास्त्री का बचाव किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग धीरेंद्र शास्त्री को बदनाम करने की कोशिशों में जुटे हैं. वहीं, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि वह सनातन धर्म को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं. (न्यूज 18 हिन्दी)
राम जन्मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के जजों ने रामभद्राचार्य से भगवान राम के जन्मस्थान के बारे में शास्त्रीय और वैदिक प्रमाण मांगे थे. तुलसी पीठ के संस्थापक ने अथर्ववेद का हवाल देते हुए भगवान राम के जन्मस्थान के बारे में संदर्भ दिया था. इससे सुप्रीम कोर्ट के जज भी विस्मित रह गए थे. (न्यूज 18 हिन्दी)
दरअसल, रामभद्राचार्य से भगवान राम के जन्म का वैदिक प्रमाण मांगा गया था. उन्होंने अथर्ववेद के 10वें कांड के 31वें अनुवाक के दूसरे मंत्र का हवाला देते हुए भगवान राम के जन्म का वैदिक प्रमाण दिया था. रामकथा के दौरान इस बात का उल्लेख करते हुए रामभद्राचार्य ने बताया कि जब उन्होंने भगवान राम के जन्म और जन्मस्थान को लेकर वैदिक और शास्त्रीय प्रमाण प्रस्तुत किए तो पीठ में शमिल एक मुस्लिम जज ने कहा था- सर यू आर डिवाइन पावर (आप दैवीय शक्ति हैं).(न्यूज 18 हिन्दी)
धीरेंद्र शास्त्री को लेकर विवाद बढ़ने के बाद रामभद्राचार्य ने अपने शिष्य का पुरजोर बचाव किया. भोपाल में उन्होंने कहा था कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बदनाम किया जा रहा है. बता दें कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर कई मौकों पर इस बात का उल्लेख कर चुके हैं कि वह सनातन धर्म को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटे हैं. बागेश्वर धाम में फरवरी में विशाल यज्ञ का आयोजन होने वाला है. (न्यूज 18 हिन्दी)
Akanksha Dubey के हेयरस्टाइलिस्ट का चौकाने वाला खुलासा, शेरनी की तरह जीती थी जीवन, पार्टी में जाने से..
29,000000000 रुपये मिलेंगे खिलाड़ियों को, शर्त सिर्फ एक, खेलना होगा वर्ल्ड कप
सफारी-स्कॉर्पियो भुलाने पर मजबूर करेगी ये गाड़ी! धांसू लुक और लग्जरी फीचर्स से लैस, चिंता में पड़ीं कंपनियां
बॉलीवुड की 5 सुपरहिट जोड़ियां, फिल्मों में जब-जब साथ आईं, बॉक्स ऑफिस पर मचाया गदर