बर्फ पिघली. ग्वालियर में सिंधिया परिवार के एक आयोजन में बुआ-भतीजे के रिश्ते में नजदीकियां बढ़ती दिखीं. मामला ज्योतिरादित्य सिंधिया की आजी अम्मा यानि विजयाराजे सिंधिया की जयंती का था. इस मौके पर हुए कार्यक्रम में बुआ यशोधरा राजे और भतीजे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गले मिलते और गुफ्तगूं करते दिखाई दिए.
ग्वालियर. एक दूसरे से दूरियां रखने वाले सिंधिया राज परिवार के बुआ-भतीजे के रिश्तों में नजदीकियां बढ़ने लगी हैं. ग्वालियर में यशोधरा राजे सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ नज़र आए. मौका राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती का था. यशोधरा राजे ने राष्ट्रीय महिला मैराथन का आयोजन किया था. लेकिन उसमें भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को नहीं बुलाया था. सिंधिया बिना बुलाए ही वहां पहुंच गए.
ज्योतिरादित्य को देख यशोधरा ने हाथ जोड़कर सिंधिया का स्वागत किया, तो जवाब में सिंधिया ने बुआ यशोधरा को झुक कर नमन किया। ये देख यशोधरा ने सिंधिया को स्नेह से गले लगा लिया. सिंधिया मैराथन को हरी झंडी दिखाने से लेकर कार्यक्रम खत्म होने तक बुआ के साथ मौजूद रहे.
ज्योतिरादित्य को देख यशोधरा ने हाथ जोड़कर सिंधिया का स्वागत किया, तो जवाब में सिंधिया ने बुआ यशोधरा को झुक कर नमन किया। ये देख यशोधरा ने सिंधिया को स्नेह से गले लगा लिया. सिंधिया मैराथन को हरी झंडी दिखाने से लेकर कार्यक्रम खत्म होने तक बुआ के साथ मौजूद रहे.
सिंधिया को आता देख यशोधरा हैरान रह गयीं. सिंधिया बिना किसी तय शेड्यूल और सूचना के अपनी बुआ के इस कार्यक्रम में पहुंच गए थे. सिंधिया मंच पर पहुंचे तो यशोधरा ने सिंधिया का हाथ जोड़कर अभिवादन किया. बुआ के अभिवादन को देख ज्योतिरादित्य ने सिंधिया राजवंश की परंपरा के तहत बुआ यशोधरा को झुककर नमन किया.
भतीजे सिंधिया को हाथ जोड़कर नमन करते देख बुआ यशोधरा ने आगे बढ़कर स्नेह के साथ ज्योतिरादित्य को गले लगा लिया। और फिर सिंधिया को अतिथि की कुर्सी पर बैठाया। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया और बुआ यशोधरा में खूब बातें होती रही। करीब डेढ़ घंटे तक चले मैराथन के इस कार्यक्रम में सिंधिया पुरस्कार वितरण और समापन तक मौजूद रहे. मैराथन के बाद सिंधिया अपनी बुआ यशोधरा के साथ राजमाता की समाधि स्थल पहुं...
सिंधिया राज परिवार के ज्योतिरादित्य सिंधिया और यशोधरा राजे सिंधिया के रिश्तो में दूरियां रही हैं. पारिवारिक आयोजन को छोड़कर सार्वजनिक मंच पर ज्योतिरादित्य और यशोधरा अमूमन एक दूसरे के साथ कम ही नजर आए. पारिवारिक आयोजनों में भी दोनों के बीच रिश्तो की औपचारिकता नजर आती रही है. सिंधिया के BJP में आने के बाद भी यशोधरा और ज्योतिरादित्य के रिश्तों की खटास कम नही हुए थी.
कुछ साल पहले शिवपुरी में सड़क का लोकार्पण को लेकर यशोधरा और ज्योतिरादित्य का विवाद सुर्खियों में रहा था. यशोधरा खुद को राजमाता की राजनीतिक उत्तराधिकारी जताती आयी हैं. लेकिन अब ज्योतिरादित्य भी अपनी दादी राजमाता सिंधिया का गुणगान करते हैं. इसलिए चलते बुआ- भतीजों के बीच तल्ख रिश्तों की बर्फ पिघलने लगी है. आने वाले वक्त में बुआ- भतीजे की नजदीकियां MP में नए सियासी समीकरण बना सकती हैं.