खरगोन. खरगोन शहर में रामनवमी का जुलूस शांति और उल्लास के साथ निकाला गया. बीते साल रामनवमी के जुलूस में हुए दंगों को वजह से शहर की फिजा बिगड़ गई थी. यही वजह है कि इस बार चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुलूस निकाला गया. इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने फूल बरसाकर जुलूस का स्वागत किया.
खरगोन में रामनवमी का जुलूस कड़ी सुरक्षा के बीच धूमधाम से निकाला गया. इस दौरान शहर जय श्रीराम के नारो से गूंज उठा. साथ ही पूरा शहर भगवा मय नजर आया. जुलूस में जमकर भगवा ध्वज लहराए गये. बीते साल रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव, आगजनी और हिंसा के बाद इस बार साप्रदांयिक सौहार्द देखा गया. मुस्लिम समाज के लोग जुलूस का स्वागत करने सामने आए.
रामनवमी जुलूस में भगवान राम की अद्भूत झांकी सहित लग एक दर्जन आकर्षक झांकियां शामिल थीं. जुलूस में महाकाल की नगरी उज्जैन से आए ढोल-नगाड़ा आकर्षण का केन्द्र बने. इस दौरान लोग ढोल की थाप पर जमकर थिरके. साथ ही भगवान राम के जयकारे लगाए.
रामनवमी के पर्व पर निकले इस जुलूस में बीते साल हुए दंगों के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. इस दौरान खरगोन कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और एसपी धर्मवीर सिंह जुलूस में मौजूद थे. जुलूस को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था.
जुलूस निकलने वाले रास्ते पर 8 ड्रोन और 222 सीसीटीवी लगाए गए थे. बीते साल रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद हुए दंगे के कारण 24 दिन तक शहर में कर्फ्यू लगा रहा था. इस बार जुलुस को लेकर प्रशासन अलर्ट और मुस्तैद था. सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
इस बार खास बात यह थी कि रामनवमी जुलूस में साप्रदांयिक सौहार्द की मिसाल देखी गई. मुस्लिम समाज के लोगों ने पुष्पवर्षा कर तालाब चौक में जुलूस का स्वागत किया. पिछले साल रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव और हिंसा की शुरूवात तालाब चौक से ही शुरू हुई थी.
चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांति और उल्लास के साथ जुलूस का समापन हुआ. इस बार लोगों में जुलूस को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला. लोगों ने अपने घरों में भी भगवा झंडे लहराकर रामनवमी के पर्व को भव्य बनाया.