मंदसौर.मंदसौर मध्य प्रदेश का ऐसा ज़िला है जहां रावण को दामाद माना जाता है और यहां धन के देवता कुबेर का मंदिर है.ऐसा मंदिर जहां माथा टेकने बड़े-बड़े नेता और आईएएस-आईपीएस अफसर भी आते हैं. यहां कुबेर शिव परिवार के साथ एक ही मंदिर में विराजे हैं. कुबेर भगवान की अनूठी प्रतिमा शिव के साथ केवल मंदसौर में ही स्थापित है.
इतिहासकार का मानना है कि मराठा कालीन युग में इस मंदिर का निर्माण हुआ है. कहते हैं यहां पूजा आराधना करने से धन संबंधी सारी चिंताएं दूर हो जाती हैं. सिर्फ मनुष्य नहीं देवता भी कुबेर को धन का देवता मानते हैं. स्वयं भगवान शिव ने उन्हें धन का देवता नियुक्त किया है. रावण के सौतेले भाई कहे जाते हैं और नेवले की सवारी वह करते हैं.
उड़ कर आया मंदिर
ऐसी मान्यता है कि यह मंदिर गुप्तकालीन है और यहां पर उड़ कर आया था. इस मंदिर की कोई नींव नहीं है. मराठा काल में इस मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था और उसके बाद यहां पर प्रतिवर्ष धनतेरस को भगवान कुबेर की पूजा अर्चना की जाती है. भगवान कुबेर धन के देवता है साथ ही देवताओं के वह कोषाध्यक्ष भी हैं.