जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से लगभग 40 लोग लापता हो गए हैं, जबकि अब तक सात लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. हादसे की सूचना मिलते ही SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है.
भारतीय सेना ने किश्तवाड़ में बचाव अभियान के लिए कैप्टन विवेक चौहान के नेतृत्व में 22 सदस्यीय दल भेजा है.
इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर्स से भी मदद ली जा रही है. भारी बारिश की वजह से नेटवर्क की समस्या के कारण लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
कई जगहों पर बारिश की वजह से पुलिस और सेना के जवानों को मौके पर पहुंचने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में मलबे में दबे और घायलों का एयरलिफ्ट करने के लिए एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है.
भारतीय सेना द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. सेना के जवानों द्वारा लोगों के राशन और भोजन की व्यवस्था की जा रही है.
जम्मू क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. जुलाई के अंत तक और बारिश की भविष्यवाणी के साथ, किश्तवाड़ में अधिकारियों ने जलाशयों और लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है.